नयी दिल्ली, 29 सितंबर (भाषा) वैश्विक लेखा कंपनी डेलॉयट ने 2030 तक भारत में अपने कारोबार को चार गुना कर पांच अरब डॉलर या 40,000 करोड़ रुपये पर पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। कंपनी के दक्षिण एशिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रोमल शेट्टी ने यह बात कही है।
शेट्टी ने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य पेशेवर सेवाओं में निर्विवाद रूप से अगुवा बनने का है।’’
डेलॉयट इंडिया का कारोबार वित्त वर्ष 2023-24 (जून, 2023-मई, 2024) में 30 प्रतिशत बढ़कर 10,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
शेट्टी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हम देश की सबसे तेजी से बढ़ती पेशेवर सेवा कंपनी हैं। हम चाहते हैं कि डेलॉयट इंडिया का राजस्व 2027 तक 20,000 करोड़ रुपये और 2030 तक पांच अरब अमेरिकी डॉलर हो।’’
उन्होंने बताया कि डेलॉयट इंडिया ने कंपनी के वैश्विक राजस्व की वृद्धि में 10 प्रतिशत का योगदान दिया। एशिया-प्रशांत की राजस्व वृद्धि में भारतीय कारोबार का योगदान 70 प्रतिशत है।
डेलॉयट का वैश्विक राजस्व 31 मई, 2024 को समाप्त वित्त वर्ष में 3.6 प्रतिशत बढ़कर 67.2 अरब अमेरिकी डॉलर रहा है।
शेट्टी ने कहा, ‘‘हमने 2023-24 में 10,000 करोड़ रुपये के राजस्व के साथ बाजार में हलचल मचा दी है।’’
उन्होंने कहा कि 2023-24 में डेलॉयट इंडिया में नौकरी छोड़ने की दर 29 प्रतिशत से घटकर 13 प्रतिशत रह गई है। उन्होंने कहा कि यह ‘बिग फोर’ वैश्विक लेखा कंपनियों की नौकरी छोड़ने की 20 प्रतिशत की दर से कहीं कम है।
पिछले साल डेलॉयट ने भारत में 25,000 से अधिक कर्मचारियों की नियुक्ति की है। आज कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या 1.20 लाख है।
भाषा अजय अजय
अजय