नयी दिल्ली, 16 दिसंबर (भाषा) निर्यातकों के संगठन फियो ने सोमवार को निर्यात में गिरावट पर चिंता व्यक्त करते हुए सरकार से नकदी या तरलता के मोर्चे पर तुरंत कदम उठाने की मांग की।
फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (फियो) के अध्यक्ष अश्विनी कुमार ने कहा कि ब्याज समानीकरण योजना में प्रति कंपनी 50 लाख रुपये की सीमा लगाने से कई सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्योग (एमएसएमई) प्रभावित हुए हैं और वे आगे की छूट न मिलने के कारण ऑर्डर पर फैसला नहीं कर पा रहे हैं।
उन्होंने सभी एमएसएमई के लिए पांच साल के लिए 10 करोड़ रुपये की सीमा के साथ योजना को तुरंत बहाल करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, सरकार को ‘निर्यात उत्पादों पर शुल्क और करों की छूट योजना’ के लाभ को निर्यात के सभी क्षेत्रों तक बढ़ाना चाहिए।
इक्रा लिमिटेड की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि सोने के आयात का इतना ऊंचा स्तर शायद त्योहारी और शादी-विवाह संबंधी मांग के कारण है और आने वाले महीनों में इसमें कमी का अनुमान है। इससे आगामी महीनों में व्यापार घाटे को कम करने में मदद मिलेगी।
भाषा अजय पाण्डेय
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