नयी दिल्ली, 24 जनवरी (भाषा) ग्राहकों को दूध और किराना सामानों की आपूर्ति करने वाली कंट्री डिलाइट ने अब उच्च गुणवत्ता मानक ‘एनएमआर’ (न्यूक्लीयर मैग्नेटिक रेजोनेंस) परीक्षण में परखे गये शहद को बाजार में पेश किया है।
कंपनी ने शुक्रवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि हम ‘एनएमआर’ शहद को पेश कर ग्राहकों के लिए गुणवत्ता को लेकर नया मापदंड बना रहे हैं।’’
उल्लेखनीय है कि शहद के बाजार में ‘हाई फ्रक्टोज कॉर्न सिरप’ या ‘राइस सिरप’ जैसे सस्ते मिलावट वाले शहद बाजार की मुख्य समस्या बनी हुई हैं। इसलिए ‘एनएमआर’ स्पेक्ट्रोस्कोपी का बहुत इस्तेमाल हो रहा है। इससे शहद की शुद्धता, गुणवत्ता एवं स्रोत का पता लगाया जाता है कि शहद किस भौगोलिक क्षेत्र से, कब, किस फूल के रस से बना है।
इसमें केमिकल प्रोफाइल के बारीक अंतरों का भी पता लगाया जा सकता है और यह भी पता लगाया जा सकता है कि इसमें अतिरिक्त शुगर मिलाया गया है अथवा नहीं। इसमें यह पता लगाना आसान होता है कि इसमें परागकण (पोलन) के एक निश्चित संख्या में उपलब्धता है अथवा नहीं।
कंट्री डिलाइट के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और सह-संस्थापक चक्रधर गाडे ने कहा, ‘‘हम एनएमआर हनी को पेश कर अपने ग्राहकों के लिये गुणवत्ता की पारदर्शिता में नया मापदण्ड स्थापित कर रहे हैं…।’’
विज्ञप्ति में कहा गया है कि शहद में पाये जाने वाले बायोएक्टिव कंपाउंड्स (फलेवोनॉइड्स और फेनोलिक एसिड अगर संतुलित जीवनशैली में शामिल हों तो सेहत को लंबे समय तक बेहतर रख सकते हैं।
भाषा राजेश रमण
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