उपभोक्ता मामलों की सचिव ने ई-कॉमर्स कंपनियों को 'अनुचित' डार्क पैटर्न के बारे में आगाह किया |

उपभोक्ता मामलों की सचिव ने ई-कॉमर्स कंपनियों को ‘अनुचित’ डार्क पैटर्न के बारे में आगाह किया

उपभोक्ता मामलों की सचिव ने ई-कॉमर्स कंपनियों को 'अनुचित' डार्क पैटर्न के बारे में आगाह किया

:   Modified Date:  June 18, 2024 / 07:42 PM IST, Published Date : June 18, 2024/7:42 pm IST

नयी दिल्ली, 18 जून (भाषा) उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने मंगलवार को ई-कॉमर्स कंपनियों को ‘डार्क पैटर्न’ के रूप में जाने जाने वाले भ्रामक यूजर इंटरफेस डिजाइनो को लागू करने के खिलाफ चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि इस तरह का व्यवहार उपभोक्ता अधिकारों का उल्लंघन है और यह अनुचित कारोबार जैसा है।

एक सरकारी बयान में कहा गया है कि अंशधारकों के एक सत्र को संबोधित करते हुए खरे ने ऑनलाइन मंच के लिए ऐसे डिजाइन का उपयोग करने से बचने के विभिन्न तरीकों पर प्रकाश डाला, जो उपभोक्ताओं को अनजाने में खरीदारी या सदस्यता लेने के लिए गुमराह करते हैं।

एक सरकारी बयान के अनुसार, उन्होंने उपभोक्ता प्रतिक्रिया पर भरोसा करने, उपयोगकर्ता की संतुष्टि और बार-बार आने वाले ग्राहकों की निगरानी करने, गैर-अनुपालन पैटर्न की पहचान करने के लिए ऐप सुविधाओं का उपयोग करने और निर्दिष्ट डार्क पैटर्न का स्व-ऑडिट करने जैसे सुधारों का सुझाव दिया।

उपभोक्ता मामलों के विभाग ने नवंबर, 2023 में डार्क पैटर्न को रोकने के लिए दिशा-निर्देश अधिसूचित किए हैं। विभाग ने 13 ऐसे डिजाइन को निर्दिष्ट किया है, जिनमें झूठे तात्कालिकता अलर्ट, सदस्यता जाल, चारा-और-स्विच मूल्य निर्धारण और परेशान करने वाली रणनीति शामिल हैं।

इस सत्र में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, अखिल भारतीय गेमिंग फेडरेशन के साथ-साथ ज़ोमैटो, ईज़माईट्रिप, अर्बन कंपनी, उबर और सीआरईडी जैसी कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

भाषा राजेश राजेश अजय

अजय

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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