वाणिज्य मंत्रालय के संशोधन से सोना, चांदी, इलेक्ट्रॉनिक्स आयात के आंकड़ों में बदलाव दिखा: जीटीआरआई

वाणिज्य मंत्रालय के संशोधन से सोना, चांदी, इलेक्ट्रॉनिक्स आयात के आंकड़ों में बदलाव दिखा: जीटीआरआई

  •  
  • Publish Date - January 9, 2025 / 10:12 PM IST,
    Updated On - January 9, 2025 / 10:12 PM IST

नयी दिल्ली, नौ जनवरी (भाषा) शोध संस्थान ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) ने बृहस्पतिवार को कहा कि वाणिज्य मंत्रालय की इकाई डीजीसीआईएस द्वारा आंकड़ों में संशोधन पिछले साल अप्रैल से नवंबर की अवधि के लिए सोने, चांदी और इलेक्ट्रॉनिक्स के आयात में समायोजन को दर्शाता है।

जीटीआरआई ने कहा कि संशोधन पहले की डेटा रिपोर्टिंग में विसंगतियों को उजागर करते हैं और विशेष रूप से सोने जैसी उच्च मूल्य वाली वस्तुओं में सटीक व्यापार दस्तावेज़ीकरण की आवश्यकता को रेखांकित करते हैं।

जीटीआरआई के संस्थापक अजय श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार को इस बात का विवरण साझा करना चाहिए कि इतने बड़े पैमाने पर संशोधन की आवश्यकता क्यों पड़ी।

जीटीआरआई की रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल से नवंबर, 2024 के लिए भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स आयात को 63.9 अरब डॉलर से संशोधित कर 61.2 अरब डॉलर कर दिया गया, जो 2.7 अरब डॉलर की कमी है।

नवंबर, 2024 में, इलेक्ट्रॉनिक्स आयात को 7.6 अरब डॉलर से समायोजित कर 7.2 अरब डॉलर कर दिया गया।

इसने कहा, इसी तरह अप्रैल-नवंबर, 2024 के दौरान देश का चांदी का आयात 3.28 अरब डॉलर से घटाकर 2.33 अरब डॉलर कर दिया गया, जो 95 करोड़ डॉलर की गिरावट को दर्शाता है।

शोध संस्थान ने कहा कि नवंबर, 2024 के लिए चांदी का आयात 66 करोड़ डॉलर से 18 करोड़ डॉलर कम होकर 48 करोड़ डॉलर हो गया।

सोने के बारे में इसने कहा कि अप्रैल-अक्टूबर, 2024 के दौरान विभिन्न देशों से पीली धातु के आयात में कमी आई है।

जीटीआरआई ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से आयात 11.63 अरब डॉलर से संशोधित होकर 7.98 अरब डॉलर रह गया, जो 3.65 अरब डॉलर का अंतर है।

चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीनों के दौरान स्विटजरलैंड से आयात में एक अरब डॉलर की कमी आई है, जो 9.45 अरब डॉलर से घटकर 8.45 अरब डॉलर रह गया।

दक्षिण अफ्रीका से संशोधित आयात आंकड़ों में 1.07 अरब डॉलर की गिरावट देखी गई, जो 3.45 अरब डॉलर से घटकर 2.38 अरब डॉलर रह गया।

चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अक्टूबर के दौरान ऑस्ट्रेलिया से आयात 1.53 अरब डॉलर से घटकर 1.05 अरब डॉलर हो गया है, और हांगकांग से आयात एक अरब डॉलर से 33 करोड़ डॉलर घटकर 67 करोड़ डॉलर रह गया है।

उन्होंने कहा, “डेटा समायोजन का व्यापार नीति, राजस्व गणना और आर्थिक नियोजन पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। भविष्य में इस तरह के बड़े पैमाने पर सुधारों से बचने और भारत के व्यापार प्रदर्शन की स्पष्ट तस्वीर प्रदान करने के लिए अधिक सटीक और समय पर डेटा संग्रह सुनिश्चित करना, रिपोर्टिंग त्रुटियों को कम करना और सत्यापन तंत्र में सुधार करना आवश्यक होगा।”

भाषा अनुराग अजय

अजय