नयी दिल्ली, 20 नवंबर (भाषा) चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में गैर-विनियमित क्षेत्रों (एनआरएस) का कोयला आयात 9.83 प्रतिशत घटकर 6.32 करोड़ टन रह गया है। सरकार ने बुधवार को यह जानकारी दी।
गैर-विनियमित क्षेत्रों का कोयता आयात पिछले साल समान अवधि में 7.02 करोड़ टन रहा था।
घरेलू ताप विद्युत संयंत्रों द्वारा मिश्रण प्रयोजन के लिए कोयले का आयात भी अप्रैल-सितंबर अवधि में 8.59 प्रतिशत घटकर 97.9 लाख टन रह गया, जो पिछले वर्ष इसी अवधि में 1.07 करोड़ टन था।
कोयला मंत्रालय ने बयान में कहा, “यह इन क्षेत्रों के लिए घरेलू कोयला आपूर्ति पर बढ़ती निर्भरता को दर्शाता है।”
हालांकि, इस्पात उद्योग के लिए आवश्यक कोकिंग कोयले तथा आयातित कोयला-आधारित (आईसीबी) बिजली संयंत्रों के लिए कोयले के आयात में वृद्धि हुई है। इन संयंत्रों के लिए आयात जरूरी हो जाता है और घरेलू कोयले से इसे पूरा नहीं किया जा सकता।
अप्रैल-सितंबर, 2024 के दौरान कुल कोयला आयात 1.36 प्रतिशत बढ़कर 12.95 करोड़ टन हो गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के 12.77 करोड़ टन था।
मूल्य के संदर्भ में, अप्रैल-सितंबर के दौरान कुल आयातित कोयला 1,38,763.50 करोड़ रुपये का रहा, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के 1,52,392.23 करोड़ रुपये से कम है।
बयान के अनुसार, “इस कटौती के परिणामस्वरूप 13,628.73 करोड़ रुपये की भारी बचत हुई है, जो कोयला खरीद के लिए अधिक किफायती दृष्टिकोण को दर्शाता है।”
भाषा अनुराग अजय
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