(तस्वीर के साथ)
जयपुर, 11 दिसंबर (भाषा) केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को कहा कि केंद्र सरकार राजस्थान में पांच अंतरराष्ट्रीय भाषाओं के लिए एक उन्नत प्रौद्योगिकी-सक्षम भाषा प्रयोगशाला स्थापित करने की योजना बना रही है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने इन भाषाओं को अपने युवाओं को इन्हें सिखाने का फैसला किया है।
‘राइजिंग राजस्थान’ वैश्विक निवेश सम्मेलन में प्रधान ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भाषाओं पर जोर दिया गया है।
प्रधान ने कहा, “अगर राजस्थान को आगे बढ़ना है, तो मैं प्रदेश सरकार को जिम्मेदारी देता हूं। आप पांच अंतरराष्ट्रीय भाषाओं में से कोई भी चुन लीजिए… भारत सरकार राजस्थान सेंट्रल यूनिवर्सिटी, एनआईटी जयपुर और आईआईटी जोधपुर के जरिये युवाओं को वैश्विक भाषाएं सिखाने के लिए उन्नत प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला स्थापित करेगी।”
उन्होंने कहा कि राजस्थान खनिजों से समृद्ध है और यहां प्रतिभाओं का भंडार है।
प्रधान ने कहा, “अधिकांश चार्टर्ड अकाउंटेंट राजस्थान से आते हैं। राज्य में कई गुणवत्तापूर्ण विश्वविद्यालय हैं। आने वाले दिनों में राजस्थान ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था बनेगा।”
उन्होंने कहा कि राजस्थान में विकास की अपार संभावनाएं हैं और यह देश के लिए अग्रणी वृद्धि इंजन बन सकता है।
प्रधान ने कहा, “देश में समृद्धि लाने के लिए हमें नौकरी चाहने वालों से ज्यादा नौकरी देने वालों की जरूरत है। राजस्थान के लोगों की प्रतिभा उद्यमिता की है। वे जन्म से ही उद्यमिता सीखते हैं। इसे अपनी पूंजी के रूप में देखा जाना चाहिए।”
भाषा अनुराग अजय
अजय
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)