केयरएज वैश्विक रेटिंग क्षेत्र में उतरी, 39 देशों की रेटिंग जारी की

केयरएज वैश्विक रेटिंग क्षेत्र में उतरी, 39 देशों की रेटिंग जारी की

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  • Publish Date - October 3, 2024 / 08:35 PM IST,
    Updated On - October 3, 2024 / 08:35 PM IST

नयी दिल्ली, तीन अक्टूबर (भाषा) केयरएज अपनी अनुषंगी कंपनी केयरएज ग्लोबल आईएफएससी लिमिटेड के जरिये वैश्विक रेटिंग क्षेत्र में कदम रखने वाली पहली भारतीय क्रेडिट रेटिंग एजेंसी बन गई है।

रेटिंग एजेंसी ने बृहस्पतिवार को बयान में कहा कि गांधीनगर के गिफ्ट सिटी से संचालित होने वाली केयरएज ग्लोबल आईएफएससी लिमिटेड ने भारत समेत 39 देशों को सॉवरेन रेटिंग दी है।

इस रेटिंग में जर्मनी, नीदरलैंड, सिंगापुर और स्वीडन को ‘एएए’ रेटिंग दी गई है जबकि ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और अमेरिका को ‘एए+’ रेटिंग मिली है। वहीं फ्रांस, जापान, दक्षिण कोरिया, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और ब्रिटेन को ‘एए-’ रेटिंग, पुर्तगाल को ‘ए+’ और चीन एवं स्पेन को ‘ए’ रेटिंग दी गई है।

केयरएज ग्लोबल ने भारत को ‘बीबीबी+’ रेटिंग (निवेश ग्रेड) दी है जो महामारी के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार और बुनियादी ढांचे में निवेश पर बढ़ते ध्यान पर आधारित है।

रेटिंग एजेंसी ने कहा कि परिदृश्य में सामान्य सरकारी ऋण में अनुमानित गिरावट को भी ध्यान में रखा गया है। हालांकि, यह धीरे-धीरे होगा लेकिन उसे मौजूदा कीमतों पर स्वस्थ जीडीपी वृद्धि और राजकोषीय मजबूती पर लगातार ध्यान देने से मदद मिलेगी।

इसने कहा कि केयरएज ने सामान्य सरकारी ऋण एवं जीडीपी के अनुपात को वित्त वर्ष 2029-30 तक 78 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2034-35 तक 73.5 प्रतिशत तक कम होने का अनुमान लगाया है, जो फिलहाल करीब 80 प्रतिशत पर है।

हालांकि, इसका मानना ​​है कि ऊंचा सरकारी ऋण और कमजोर ऋणवहन क्षमता अब भी ऋण के क्षेत्र के प्रमुख गतिरोध हैं।

केयरएज ग्लोबल के अनुसार, भारत के ऋण मूल्यांकन को इसकी बड़ी और विविध आर्थिक संरचना के साथ इसके स्वस्थ वृद्धि प्रदर्शन से भी फायदा होता है।

भाषा प्रेम

प्रेम अजय

अजय