केनरा बैंक का दूसरी छमाही में 6,000 करोड़ रुपये के ‘डूबे कर्ज’ की वसूली का लक्ष्य

केनरा बैंक का दूसरी छमाही में 6,000 करोड़ रुपये के ‘डूबे कर्ज’ की वसूली का लक्ष्य

  •  
  • Publish Date - November 3, 2024 / 01:35 PM IST,
    Updated On - November 3, 2024 / 01:35 PM IST

नयी दिल्ली, तीन नवंबर (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में करीब 6,000 करोड़ रुपये के ‘डूबे कर्ज’ की वसूली का लक्ष्य रखा है।

केनरा बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) के सत्यनारायण राजू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हमें तीसरी तिमाही में लगभग 3,000 करोड़ रुपये और चौथी तिमाही में भी इतनी ही राशि की वसूली की उम्मीद है।’’

बैंक ने दूसरी तिमाही में 2,905 करोड़ रुपये की वसूली की है, जिसमें बट्टे खाते में डाले गए खातों से वसूली भी शामिल है।

केनरा रोबेको एसेट मैनेजमेंट कंपनी के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह इस वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में आ सकता है। केनरा रोबेको एसेट मैनेजमेंट कंपनी (एएमसी) के आईपीओ के लिए वित्त मंत्रालय से मंजूरी जल्द मिलने की उम्मीद है।

बैंक के पास इस म्यूचुअल फंड कंपनी में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इसकी आईपीओ के माध्यम से 13 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की योजना है। पिछले दिसंबर में केनरा बैंक ने आरंभिक शेयर बिक्री द्वारा अपनी म्यूचुअल फंड अनुषंगी कंपनी को सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दी थी।

सूचीबद्ध होने पर यह शेयर बाजार में शामिल होने वाली पांचवीं म्यूचुअल फंड कंपनी हो जाएगी। इससे पहले एचडीएफसी एएमसी, निप्पॉन लाइफ इंडिया एएमसी, यूटीआई एसेट मैनेजमेंट कंपनी और आदित्य बिड़ला सन लाइफ एएमसी शेयर बाजारों में सूचीबद्ध हैं।

बुनियादी ढांचा बॉन्ड के बारे में राजू ने कहा कि बैंक ने जुलाई में पहले ही 10,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं और वह इसे लगाने की प्रक्रिया में है। चालू वित्त वर्ष के दौरान बैंक द्वारा दीर्घकालिक अवसंरचना बॉन्ड के माध्यम से और अधिक धन जुटाने की संभावना नहीं है।

चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में केनरा बैंक का शुद्ध लाभ 11 प्रतिशत बढ़कर 4,015 करोड़ रुपये रहा है। एक साल पहले की समान तिमाही में यह 3,606 करोड़ रुपये था।

तिमाही के दौरान बेंगलुरु मुख्यालय वाले बैंक की कुल आय 31,472 करोड़ रुपये से बढ़कर 34,721 करोड़ रुपये हो गई है।

भाषा अजय अजय पाण्डेय

पाण्डेय