नयी दिल्ली, 29 जनवरी (भाषा) मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने बुधवार को कहा कि आगामी बजट में समग्र उपभोग की गति में सुधार के लिए कोई भी उपाय सुस्त वृद्धि से जूझ रहे वाहन उद्योग की मदद करेगा।
देश की सबसे बड़ी कार विनिर्माता कंपनी को उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष (2024-25) की पिछली तीन तिमाहियों में इसी तरह की वृद्धि देखने के बाद चौथी तिमाही में उसकी खुदरा बिक्री में लगभग 3.5 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है।
तीसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा के बाद एमएसआई के कार्यकारी निदेशक (कॉरपोरेट मामले) राहुल भारती से बजट की उम्मीदों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि वाहन उद्योग से जुड़ी ज़्यादातर गतिविधियां अब जीएसटी के दायरे में हैं। लेकिन अगर देश में खपत को गति देने के लिए कोई भी कदम उठाया जाता है, तो यह सभी के लिए अच्छा होगा।”
उन्होंने कहा, “जो भारत के लिए अच्छा है, वह मारुति के लिए भी अच्छा है। मेरा दृढ़ विश्वास है और इसके विपरीत भी, जो मारुति के लिए अच्छा है, वह भारत के लिए भी अच्छा है। इसलिए, अगर अर्थव्यवस्था अच्छी चलती है, अगर खपत बढ़ती है, तो यह हमारे लिए अच्छा होगा।”
मांग परिदृश्य के बारे में पूछे जाने पर भारती ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-दिसंबर के दौरान खुदरा बिक्री में 3.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
भारती ने कहा, “हमें उम्मीद है कि यह चौथी तिमाही तक जारी रहेगा…।’’
मारुति सुजुकी ने अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में करीब 5.73 लाख गाड़ियों की खुदरा बिक्री की।
उन्होंने बताया कि तीसरी तिमाही में ग्रामीण बिक्री में 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि शहरी बिक्री में करीब 2.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
हाल ही में पेश की गई ईविटारा के निर्यात के बारे में पूछे जाने पर भारती ने कहा कि कंपनी इस मॉडल को यूरोप और जापान सहित लगभग 100 देशों में भेजने की योजना बना रही है।
मारुति ने अक्टूबर-दिसंबर की अवधि में 99,220 इकाइयों का निर्यात किया, जो किसी भी तिमाही में अब तक का सबसे अधिक निर्यात है।
भाषा अनुराग रमण
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