नयी दिल्ली, 30 अक्टूबर (भाषा) वैश्विक वस्तु निर्यात में ब्रिक्स+ समूह की हिस्सेदारी 2026 तक जी7 समूह से आगे निकल सकती है।
‘ईवाई इकनॉमी वॉच’ के अक्टूबर संस्करण में वैश्विक व्यापार की स्थिति में महत्वपूर्ण बदलाव की बात सामने आई है।
इसमें कहा गया, ब्रिक्स+ समूह माल निर्यात तथा आयात में अपनी हिस्सेदारी तेजी से बढ़ा रहा है। वैश्विक वस्तु निर्यात में 2000 से 2023 तक ब्रिक्स+ समूह की हिस्सेदारी 10.7 प्रतिशत से बढ़कर 23.3 प्रतिशत हो गई है, जो 12.6 प्रतिशत अंक की प्रभावशाली वृद्धि है।
इसके विपरीत, जी-7 की हिस्सेदारी में गिरावट देखी गई है, जो 45.1 प्रतिशत से घटकर 28.9 प्रतिशत हो गई है। इस बीच, बाकी दुनिया ने अपेक्षाकृत स्थिर हिस्सेदारी बनाए रखी है, जो 44.2 प्रतिशत से बढ़कर 47.9 प्रतिशत हो गई है।
ईवाई इंडिया ने कहा, यह प्रवृत्ति वैश्विक व्यापार क्षेत्र में ब्रिक्स+ समूह की बढ़ते महत्व को दर्शाती है, जो बहुध्रुवीय वैश्विक आर्थिक परिदृश्य की ओर संभावित बदलाव का संकेत देता है।
ईवाई इंडिया के मुख्य नीति सलाहकार डी. के. श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘ वर्तमान रुझानों और ब्रिक्स+ समूह में कई नए सदस्यों के शामिल होने की संभावना को देखते हुए वैश्विक वस्तु निर्यात में ब्रिक्स+ की हिस्सेदारी 2026 तक जी7 समूह से आगे निकल सकती है।’’
ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका से मिलकर बने ब्रिक्स में अब पांच अतिरिक्त सदस्य मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हो गए हैं।
भाषा निहारिका अजय
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