(तस्वीरों के साथ)
पानीपत (हरियाणा), नौ दिसंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महिलाओं को आगे बढ़ने के पर्याप्त अवसर दिए जाने को देश के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए सोमवार को कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार अपने तीसरे कार्यकाल में राज्य के विकास के लिए तिगुनी रफ्तार से काम करेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी एलआईसी की ‘बीमा सखी योजना’ का शुभारंभ करने के बाद यहां आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले 10 वर्षों में रक्षा, बैंकिंग और कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कई उपाय किए हैं।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार अपने तीसरे कार्यकाल में राज्य के विकास के लिए ‘तीन गुना तेज गति’ से काम करेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए उन्हें पर्याप्त अवसर दिए जाने को बहुत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि महिलाओं के सामने से हर बाधा को हटाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जब महिलाओं को आगे बढ़ने का अवसर मिलता है तो वे देश के लिए संभावनाओं के नए द्वार खोलती हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘लंबे समय तक देश में कई ऐसे काम थे, जो महिलाओं के लिए वर्जित थे, लेकिन भाजपा सरकार ने उनके रास्ते में आने वाली हर बाधा को दूर करने का संकल्प लिया है।’
उन्होंने कहा कि देशभर में 10 करोड़ से अधिक महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में सरकार ने महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को आठ लाख करोड़ रुपये से अधिक की सहायता दी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार की पहलों का जिक्र करने के साथ विपक्ष पर कटाक्ष भी किया।
उन्होंने कहा, ‘जो लोग हर चीज को वोट बैंक के तराजू पर तौलते हैं, वे यह समझने में विफल रहे हैं कि मोदी के प्रति देश में महिलाओं का समर्थन क्यों बढ़ रहा है। जो लोग माताओं और बहनों को केवल वोट बैंक समझते थे, वे इस मजबूत रिश्ते को नहीं समझ पाएंगे।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि लगभग 1.15 करोड़ महिलाएं ‘लखपति दीदी’ बन चुकी हैं और उन्होंने तीन करोड़ महिलाओं को ‘लखपति दीदी’ बनाने का लक्ष्य रखा है।
‘लखपति दीदी’ स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की ऐसी सदस्य हैं जिनकी वार्षिक घरेलू आय एक लाख रुपये से अधिक हो चुकी है।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की पहल ‘बीमा सखी योजना’ की शुरुआत की जिसके तहत तीन साल में दो लाख महिलाओं को नियुक्त किया जाएगा।
यह योजना 18-70 वर्ष की आयु की उन महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए लाई गई है, जो दसवीं कक्षा पास हैं।
वित्तीय साक्षरता और बीमा जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए इन महिलाओं को पहले तीन वर्षों के लिए विशेष प्रशिक्षण और मानदेय दिया जाएगा।
बीमा सखी योजना के तहत महिला एजेंट को पहले वर्ष 7,000 रुपये प्रति माह, दूसरे वर्ष 6,000 रुपये प्रति माह और तीसरे वर्ष 5,000 रुपये प्रति माह का मानदेय मिलेगा। इसके अलावा बीमा सखियों को कमीशन भी मिलेगा।
प्रशिक्षण पाने के बाद ये महिलाएं एलआईसी एजेंट के रूप में काम कर सकेंगी। वहीं स्नातक बीमा सखियों को एलआईसी में विकास अधिकारी की भूमिका के लिए अर्हता प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने करनाल के महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर की आधारशिला भी रखी। मुख्य परिसर और छह क्षेत्रीय अनुसंधान स्टेशन 495 एकड़ में फैले हुए हैं जिनकी स्थापना 700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से की जाएगी।
विश्वविद्यालय में स्नातक और स्नातकोत्तर अध्ययन के लिए बागवानी का एक कॉलेज और 10 बागवानी विषयों पर केंद्रित पांच स्कूल होंगे। यह बागवानी प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए फसल विविधीकरण और विश्वस्तरीय अनुसंधान की दिशा में काम करेगा।
भाषा प्रेम
प्रेम रमण
रमण