नयी दिल्ली, 25 नवंबर (भाषा) भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने सोमवार को कहा कि वह 214 महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरणों के लिए मानकों के विकास को प्राथमिकता दे रहा है, जिन्हें दिसंबर, 2025 तक चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाना है।
ये उपकरण, जिनमें सेप्टल क्लोजर डिवाइस, प्लाज्मा स्टरलाइज़र और फोटोथेरेपी मशीनें शामिल हैं, राष्ट्रीय चिकित्सा उपकरण नीति, 2023 के अनुरूप हैं और इनकी पहचान फार्मास्युटिकल्स विभाग के परामर्श से की गई है।
बीआईएस ने बयान में कहा कि राष्ट्रीय मानक निकाय चिकित्सीय जूते, पोर्टेबल रैंप, ब्रेल डिस्प्ले और फॉल डिटेक्टर जैसे अभिनव उत्पादों के लिए मानक विकसित कर रहा है, जिनका इस्तेमाल दिव्यांगों द्वारा किया जाता है।
बीआईएस ने चिकित्सा क्षेत्र के लिए 1,700 से अधिक मानक प्रकाशित किए हैं इनमें से लगभग 1,200 मानक विशेष रूप से स्वास्थ्य सेवा के लिए महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरणों पर केंद्रित हैं।
इस क्षेत्र में बीआईएस मानक यह सुनिश्चित करते हैं कि भारतीय चिकित्सा उपकरण सुरक्षित, प्रभावी और वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी हों।
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