(तस्वीर के साथ)
पटना, 18 दिसंबर (भाषा) बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि राज्य बेहतर कानून-व्यवस्था के साथ-साथ बेहतर बुनियादी ढांचा सुविधाओं सहित एक मजबूत कारोबारी परिवेश बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है।
उन्होंने घरेलू तथा वैश्विक कंपनियों को आश्वस्त किया कि राज्य में उनका निवेश ‘‘सुरक्षित’’ है।
चौधरी बिहार के वित्त मंत्री भी है।। उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ पॉडकास्ट साक्षात्कार में बिहार की छवि बदलने, रोजगार के अवसर उत्पन्न करने और उच्च आर्थिक वृद्धि हासिल करने के वास्ते निवेश आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों पर प्रकाश डाला।
राज्य सरकार निवेश आकर्षित करने के लिए 19-20 दिसंबर को यहां ‘बिहार बिजनेस कनेक्ट’ शिखर सम्मेलन का आयोजन कर रही है।
चौधरी ने कहा, ‘‘ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में बिहार एक मजबूत कारोबारी परिवेश बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है। बिहार आपके साथ खड़ा होने और आपकी सफलता के लिए आवश्यक सभी सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है।’’
उन्होंने घरेलू तथा वैश्विक उद्योगों को बिहार आने का निमंत्रण दिया और कहा कि सरकार आपसी विकास के लिए सहायता तथा सहयोग करने के लिए तैयार है।
चौधरी ने ‘बिहार बिजनेस कनेक्ट’ से पहले निवेशकों को दिए संदेश में कहा, ‘‘ मेरा दृढ़ विश्वास है कि बिहार एक सुरक्षित राज्य है’’ और इसका बुनियादी ढांचा ‘‘मजबूत’’ है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बिजली क्षमता को 3,800 मेगावाट से बढ़ाकर लगभग 8,000 मेगावाट कर रही है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ हम यह सुनिश्चित करेंगे कि बिजली पूरी तरह से उपलब्ध हो, सब्सिडी प्रदान करेंगे, विभिन्न प्रोत्साहनों के जरिये सहायता प्रदान करेंगे, और आर्थिक मदद के जरिये निवेशकों की प्रगति में मदद करने का प्रयास करेंगे। ’’
उन्होंने कहा कि राज्य उद्योग स्थापित करने के लिए प्रोत्साहन दे रहा है, बिजली में सब्सिडी और माल एवं सेवा कर (जीएसटी) में छूट दे रहा है।
निवेश की संभावना वाले क्षेत्रों के बारे में पूछे जाने पर चौधरी ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण में बड़ी संभावनाएं हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ मेरा मानना है कि खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां बेहद महत्वपूर्ण हैं, खासकर 38 जिलों में जहां 38 उत्पाद हमारी पहचान हैं। यहां हमारा लक्ष्य खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां स्थापित करना है।’’
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में राज्य को करीब 36 लाख लीटर एथनॉल निर्माण क्षमता के लिए मंजूरी मिली है।
उन्होंने कहा, ‘‘ बिहार में और अधिक एथनॉल संयंत्र स्थापित करने की आवश्यकता है… यह मक्का, चावल और अन्य अनाज उगाने वाले किसानों के लिए जरूरी है क्योंकि हम उन्हें सीधे एथनॉल संयंत्रों को बेच पाएंगे और इससे धन की उपलब्धता भी सुनिश्चित होगी।’’
चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को भी बढ़ावा देगी।
रोजगार सृजन के संबंध में चौधरी ने कहा कि सरकार स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन सुनिश्चित करेगी।
साथ ही भौतिक अवसंरचना पर उन्होंने कहा कि बिहार में हाल ही में दो हवाई अड्डे चालू किए गए हैं। राज्य सड़क मार्ग, वायुमार्ग तथा जलमार्ग के जरिये संपर्क में सुधार पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
बिहार के वित्त मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार उत्तरी बिहार में बाढ़ और दक्षिणी बिहार में जल संकट की समस्या से निपटने के लिए भी काम कर रही है।
भाषा निहारिका मनीषा
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