नयी दिल्ली, 10 दिसंबर (भाषा) ‘बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024’ शिखर सम्मेलन के दूसरे संस्करण से पहले राज्य सरकार के उद्योग विभाग ने चुनिंदा राजनयिकों को राज्य की रणनीतिक पहल, सुधारों और निवेश के अवसरों की जानकारी दी है।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, ‘बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024 – राजदूतों की बैठक’ के दौरान वैश्विक स्तर पर राज्य सरकार की नीतियों और पहलों को पेश किया गया।
यह कार्यक्रम अगले हफ्ते होने वाले निवेशक शिखर सम्मेलन के सिलसिले में आयोजित किया गया। बिहार सरकार निवेश आकर्षित करने के लिए 19-20 दिसंबर को पटना में इस सम्मेलन का आयोजन करने जा रही है।
कई देशों के राजनयिकों की भागीदारी वाले इस कार्यक्रम में बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री सम्राट चौधरी, उद्योग और पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा, राज्य के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा और उद्योग विभाग की सचिव वंदना प्रेयसी मौजूद रहे।
इस दौरान भारत में लगभग 30 विदेशी मिशनों के राजनयिकों के साथ ही अंतरराष्ट्रीय व्यापार संघों और व्यापार संवर्धन निकायों ने भी भाग लिया।
इस कार्यक्रम में उपस्थित विदेशी मेहमानों में वियतनाम के राजदूत गुयेन थान, अर्जेंटीना के राजदूत मारियानो अगस्टिन कॉसिनो और फिलीपींस के राजदूत जोसेल फ्रांसिस्को इग्नासियो शामिल थे।
अमेरिकी दूतावास के वाणिज्यिक अधिकारी डेविड पास्क्विनी के साथ ही भारत-जर्मनी चैंबर ऑफ कॉमर्स, टीपीसीआई, एफआईईओ, एईपीसी, अमेरिका-भारत व्यापार परिषद और ब्रिटेन-भारत व्यापार परिषद जैसे प्रमुख व्यापार निकाय भी मौजूद थे।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री चौधरी ने कहा, “नीति, जनसंख्या और जल स्रोत बिहार को खास बनाते हैं। यहां हम ऐसी नीतियों पर काम कर रहे हैं, जो चमड़ा, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और स्टार्टअप जैसे क्षेत्र-विशेष के लिए हैं।”
बिहार के वित्त मंत्रालय का भी कार्यभार संभाल रहे चौधरी ने कहा, “हमारी जनसंख्या हमारी ताकत है। यह न केवल बिहार को एक बड़ा बाजार बनाता है बल्कि मानव संसाधन का केंद्र भी बनाता है। पानी की प्रचुरता बिहार की भूमि को उत्पादन के मामले में श्रेष्ठ बनाता है।”
उद्योग एवं पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा ने बिहार में उपलब्ध संभावनाओं पर जोर देते हुए कहा, ”निवेश के लिए जो भी सुविधाएं जरूरी हैं, वो बिहार में बड़े पैमाने पर मौजूद हैं। यहां जमीन, अवसंरचना, संपर्क, बिजली, पानी, मानव संसाधन और बाजार सभी उपलब्ध हैं, जो बिहार को निवेश के अनुकूल बनाता है। आज, जब हम 2047 में विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए काम कर रहे हैं, तो यह जरूरी हो जाता है कि हम बिहार में उपलब्ध अपार अवसरों का लाभ उठाएं।”
मीणा ने कहा कि बिहार एक आमूलचूल बदलाव की कहानी है, जहां कारोबारी सुगमता केंद्र में है। यहां कृषि पर बड़े पैमाने पर ध्यान दिया जा रहा है और उत्पादन तेजी से बढ़ा है।
उन्होंने कहा, ”हमारी प्रति व्यक्ति बिजली खपत 16 प्रतिशत सालाना की दर से बढ़ रही है, जो देश में सबसे अधिक है। अब नवीकरणीय ऊर्जा पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। डेटा की खपत में 2000 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो बढ़ती अर्थव्यवस्था को दर्शाता है। महत्वाकांक्षी युवाओं के साथ स्पष्ट रूप से बिहार ही भविष्य है।”
बिहार के एक प्रमुख वैश्विक निवेश गंतव्य होने की पुष्टि करते हुए उद्योग सचिव प्रेयसी ने कहा, ”बिहार तेजी से एक औद्योगिक क्षेत्र के रूप में उभर रहा है, जहां छोटे और बड़े दोनों निवेशक निवेश कर रहे हैं। लगभग 100 प्रतिशत बिजली, विशाल बाजार, प्रचुर मात्रा में पानी, अनुकूल नीतियां और बेहतर बुनियादी ढांचा कुछ ऐसे पहलू हैं, जो बिहार को निवेश के अनुकूल बनाते हैं और निवेशकों को आकर्षित करते हैं।”
उन्होंने कहा, ”हम लगातार सुधार करने और क्षेत्र-विशेष के लिए नीतियां बनाने का काम कर रहे हैं। हम पूंजी निवेश सब्सिडी, निर्यात सब्सिडी और ब्याज छूट जैसे विभिन्न प्रकार के प्रोत्साहन देकर निवेशकों के लिए रास्ता आसान बना रहे हैं।”
उद्योग मंडल सीआईआई के दिल्ली चैप्टर के चेयरमैन जयदीप आहूजा ने कहा, ”बिहार की वृद्धि गाथा लचीलापन, परिवर्तन और वादे की कहानी है। राज्य ने खुद को निवेश और उद्योगों के लिए एक आशाजनक केंद्र के रूप में स्थापित किया है। मैं आज के आर्थिक माहौल को परिभाषित करने वाली सहयोगी भावना को देखकर प्रसन्न हूं।”
बिहार में दो विनिर्माण संयंत्र चलाने वाली ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज के मुख्य कार्यपालक अधिकारी राजनीत कोहली ने कहा, ”बिहार 14 करोड़ की बढ़ती आबादी के साथ हमारे उत्पादों के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार है। राज्य की मजबूत जीडीपी वृद्धि, जो देश में दूसरी सबसे अधिक है, हमारे विस्तार को और बढ़ावा देती है। हमने 3,000 से अधिक नौकरियां दी हैं और 7,500 गांवों तक पहुंच बनाई है।”
नाहर ग्रुप के प्रबंध निदेशक कमल ओसवाल ने कहा, ”हम बिहार में अपना नया लॉजिस्टिक पार्क शुरू कर रहे हैं, जो 10 लाख वर्ग फुट का विशाल परिसर है। इसके लिए 1.5 करोड़ डॉलर का निवेश किया जाएगा और करीब 4,000 रोजगार पैदा होंगे।”
भाषा अजय पाण्डेय प्रेम
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