चंडीगढ़, 29 नवंबर (भाषा) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने वृद्धि तेज करने, सार्वजनिक सेवाओं में सुधार लाने और नागरिकों के लिए जीवन की समग्र गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए शुक्रवार को विश्व बैंक से सहायता मांगी।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने विश्व बैंक में भारतीय क्षेत्र के निदेशक ऑगस्ते तानो कॉमे के साथ यहां एक बैठक के दौरान पंजाब के मजबूत सुधार एजेंडे को प्रदर्शित किया।
इस बैठक में मान ने वित्तीय सहायता की तलाश में प्रमुख कारकों के रूप में राजकोषीय विवेक, बेहतर शासन और बढ़ी हुई सेवा वितरण पर ध्यान केंद्रित किया।
मान ने कहा, ‘प्रस्तावित वित्तीय सहायता से पंजाब की वृद्धि प्राथमिकताओं का समर्थन करने की उम्मीद है, जिसमें बुनियादी ढांचा विकास, मानव संसाधन विकास और सामाजिक कल्याण पहल शामिल हैं।’
विश्व बैंक की टीम ने मान के अलावा हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ भी अलग से बैठक की। इस दल में सतत विकास भारत की कार्यक्रम प्रमुख नतालिया कुलिचेंको और पर्यावरण प्रबंधक ऐनी जेनेट ग्लाउबर भी शामिल थीं।
कॉमे ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा कि पंजाब को विश्व बैंक से पहला कर्ज 1961 में मिला था और उसके बाद से अब तक राज्य को एक अरब डॉलर दिए जा चुके हैं।
उन्होंने कहा, ‘पंजाब में हमने राज्य के लिए मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षा पर चर्चा की। वह हमारे साथ एक शिक्षा परियोजना पर काम करने में रुचि रखते हैं।’
भाषा प्रेम प्रेम रमण
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