कोलकाता, 28 जून (भाषा) पश्चिम बंगाल सरकार राज्य में एक जुलाई से दैनिक कामकाजी घंटों की सीमा 30 मिनट बढ़ाने जा रही है।
राज्य के आईटी उद्योग मंत्री बाबुल सुप्रियो ने शुक्रवार को कहा कि प्रदेश सरकार ने इस निर्णय के साथ सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा किया है।
उन्होंने कहा कि हालांकि सप्ताह में अधिकतम 48 कामकाजी घंटों की सीमा में कोई बदलाव नहीं होगा।
सरकार जल्द ही इस संबंध में आदेश जारी कर सकती है।
सुप्रियो ने कहा कि अन्य राज्यों से प्रतिस्पर्धा में तालमेल बनाए रखने और पश्चिम बंगाल के आईटी क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दैनिक कामकाजी समय सीमा को 8.30 घंटे से बदलकर नौ घंटे करने को हरी झंडी दे दी है।
उन्होंने कहा, “साप्ताहिक कामकाजी समय सीमा 48 घंटे ही रहेगी। उद्योग जगत दैनिक कामकाजी समय सीमा बढ़ाने की मांग कर रहा था क्योंकि वे आम तौर पर पांच दिन का कामकाजी सप्ताह अपनाते हैं। इसका मतलब है कि आईटी क्षेत्र की कंपनियां अपने ग्राहकों को अब 42.5 घंटे के बजाय 45 घंटे का बिल दे सकती हैं। यह जुलाई से प्रभावी होगा।”
प्रतिदिन नौ घंटे काम करने से उद्योग को अपने ग्राहकों को बिल देने के लिए प्रति सप्ताह 2.5 घंटे का लाभ मिलेगा, जिससे उन्हें वित्तीय मदद मिलेगी और वे अन्य राज्यों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकेंगे।
राज्य श्रम विभाग के अनुसार, वर्तमान में आईटी और गैर-आईटी दोनों क्षेत्रों के लिए दैनिक कामकाजी समय सीमा 8.30 घंटे है।
भाषा अनुराग रमण
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