Bank Fraud: आज के डिजिटल युग में लगभग हर किसी के पास स्मार्ट फोन होता है। जिसकी मदद से वे कई काम को अपने मोबाइल पर ही पूरा कर लेते हैं। लेकिन इस प्रद्योगिकी के जमाने में स्मार्ट फोन की वजह से कई अपराधों को भी अंजाम दिया जाता है। डिजिटल अपराध की बात करें तो सबसे पहले साइबर क्राइम का ख्याल दिमाग में आता हैं यदि और गहराई में जाया जाए तो बैंक फ्रॉड साइबर क्राइम की सबसे बड़ी समस्या है। हम आज आपको बताने वाले हैं कि किसी भी फ्रॉड/फर्जी वेवसाइट में आपके विजिट करने से आपके बैंक अकाउंट से पैसे चोरी हो सकते हैं। इस प्रकार के फ्रॉड को स्पूफिंग कहते हैं।
Bank Fraud दरशल वेबसाइट स्पूफिंग में अपराधी फ्रॉड करने के लिए फर्जी वेबसाइट बनाते हैं। फर्जी वेबसाइट को असली दिखाने के लिए, अपराधी असल वेबसाइट के नाम, लोगो, ग्राफिक्स का भी इस्तेमाल करते हैं। साथ ही साथ वे यूआरएल की भी नकल करने की पूरी कोशिस करते हैं। इसके साथ नीचे सबसे दायीं तरफ दिए गए पैडलॉक आइकन को भी वे कॉपी कर लेते हैं। इसमें साइबर अपराधी व्यक्ति को ई-मेल भेजते हैं, जिसमें इन फर्जी वेबसाइट्स का लिंक दिया होता है।
इसमें यूजर से अपने बैंक अकाउंट से संबंधित जानकारी को अपडेट या कन्फर्म करने के लिए कहा जाता है। ऐसा अकाउंट से संबंधित संवेदनशील जानकारी को चुराने के लिए किया जाता है। इनमें आपकी इंटरनेट बैंकिंग यूजर आईडी, पासवर्ड, पिन, क्रेडिट/ डेबिट कार्ड/ बैंक अकाउंट नंबर, कार्ड वेरिफिकेशन वैल्यू (CVV) नंबर आदि शामिल होते हैं।