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Bank Closed News Updates: बैंक कर्मियों की हड़ताल.. नहीं हो सकेंगे लेनदेन से जुड़े काम, इतने दिनों तक बनी रहेगी समस्या
यूएफबीयू के महासचिव रूपम रॉय द्वारा हस्ताक्षरित विज्ञप्ति में कहा गया कि चूंकि सरकार और प्रबंधन इन मांगों को सुलझाने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं, इसलिए यह हड़ताल आवश्यक हो गई है। यूनियन ने जनता से सहयोग और समर्थन की अपील की है ताकि बैंकिंग क्षेत्र में सुधार लाया जा सके।
Publish Date - March 17, 2025 / 11:35 PM IST,
Updated On - March 17, 2025 / 11:37 PM IST
Bank Closed News Updates || Image Source- Catch News
HIGHLIGHTS
दो दिवसीय बैंक हड़ताल – 24-25 मार्च को बैंकिंग सेवाएं ठप, नकद लेनदेन और चेक क्लियरिंग बाधित।
मुख्य मांगें – बैंक कर्मियों की भर्ती, अस्थायी कर्मचारियों का नियमितीकरण और पांच दिवसीय कार्य सप्ताह की मांग।
ग्राहकों को परेशानी – हड़ताल और बैंक अवकाश के चलते चार दिनों तक वित्तीय लेनदेन में दिक्कतें होंगी।
Bank Closed News Updates: नई दिल्ली: यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) ने बैंकिंग क्षेत्र में कर्मचारियों की भर्ती, अस्थायी कर्मचारियों के नियमितीकरण और पांच दिवसीय कार्य सप्ताह की मांग को लेकर 24 और 25 मार्च को देशव्यापी दो दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया है।
यूएफबीयू एक सामूहिक संगठन है, जिसमें नौ बैंक यूनियन शामिल हैं। ये यूनियन सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों, निजी बैंकों, विदेशी बैंकों, सहकारी बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में कार्यरत आठ लाख से अधिक कर्मचारियों और अधिकारियों का प्रतिनिधित्व करती हैं।
क्या है हड़ताल की वजह?
Bank Closed News Updates : ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन (एआईबीओसी) के उपाध्यक्ष पंकज कपूर ने एएनआई को बताया कि 22 मार्च से बैंकिंग सेवाएं प्रभावित होंगी। 23 मार्च को बैंक अवकाश है, और 24-25 मार्च को हड़ताल रहेगी। इसके कारण क्लियरिंग हाउस, नकद लेनदेन, प्रेषण और अग्रिम जैसी बैंकिंग सेवाएं बाधित होंगी।
ये बैंक कर्मियों की प्रमुख मांगें
सभी कैडर में पर्याप्त भर्ती की जाए।
अस्थायी कर्मचारियों को नियमित किया जाए।
पांच दिवसीय कार्य सप्ताह लागू किया जाए।
कार्य-निष्पादन समीक्षा और पीएलआई पर हाल ही में जारी सरकारी निर्देशों को वापस लिया जाए।
बैंक अधिकारियों/कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) की स्वायत्तता को कमजोर करने वाली नीतियों को रोका जाए।
आईडीबीआई बैंक में सरकार न्यूनतम 51% इक्विटी बनाए रखे।
बैंकिंग उद्योग में अनुचित श्रम प्रथाओं को रोका जाए।
ग्रेच्युटी अधिनियम में संशोधन कर सीमा 25 लाख रुपये तक बढ़ाई जाए।
कर्मचारियों को मिलने वाले लाभों पर आयकर छूट दी जाए।
Bank Closed News Updates : विज्ञप्ति में बताया गया कि आरबीआई, बीमा कंपनियां और सरकार पहले ही पांच दिवसीय कार्य सप्ताह अपना चुकी हैं। आईटी सहित कई निजी क्षेत्रों में भी यही नियम लागू है। बैंकिंग क्षेत्र में भी इसे जल्द लागू किया जाना चाहिए।
यूएफबीयू के महासचिव रूपम रॉय द्वारा हस्ताक्षरित विज्ञप्ति में कहा गया कि चूंकि सरकार और प्रबंधन इन मांगों को सुलझाने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं, इसलिए यह हड़ताल आवश्यक हो गई है। यूनियन ने जनता से सहयोग और समर्थन की अपील की है ताकि बैंकिंग क्षेत्र में सुधार लाया जा सके।
सार्वजनिक क्षेत्र के अधिकांश बैंक, निजी बैंक, विदेशी बैंक, सहकारी बैंक और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक इस हड़ताल में शामिल होंगे, जिससे उनकी सेवाएं प्रभावित होंगी।
क्या ऑनलाइन बैंकिंग सेवाएं भी प्रभावित होंगी?
हड़ताल के दौरान शाखा आधारित सेवाएं अधिक प्रभावित होंगी। हालांकि, ऑनलाइन बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध रह सकती हैं, लेकिन कुछ प्रक्रियाएं जैसे चेक क्लियरेंस और ऋण स्वीकृति में देरी हो सकती है।
ग्राहकों को क्या करना चाहिए?
ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने आवश्यक बैंकिंग कार्य हड़ताल से पहले निपटा लें और हड़ताल के दौरान ऑनलाइन सेवाओं का उपयोग करें।