बालदोटा ग्रुप कर्नाटक में 54,000 करोड़ रुपये के निवेश से इस्पात क्षेत्र में देगा दस्तक
बालदोटा ग्रुप कर्नाटक में 54,000 करोड़ रुपये के निवेश से इस्पात क्षेत्र में देगा दस्तक
नयी दिल्ली, 10 अप्रैल (भाषा) विभिन्न कारोबार क्षेत्रों में कार्यरत बालडोटा समूह कर्नाटक में 1.05 करोड़ टन उत्पादन क्षमता वाली परियोजना स्थापित करने के लिए 54,000 करोड़ रुपये के निवेश से इस्पात क्षेत्र में दस्तक देने की योजना बना रहा है। समूह ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
कंपनी के एक बयान के अनुसार, एकीकृत इस्पात परियोजना के उपाध्यक्ष नागराज एन बी ने कहा कि एक बार चालू हो जाने पर, यह नई परियोजना राज्य का दूसरा सबसे बड़ा इस्पात संयंत्र होगा। इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा।
कर्नाटक के इस समूह के अनुसार, यह वर्तमान में नवीकरणीय ऊर्जा (पवन और सौर), पोत परिवहन, खनन आदि जैसे क्षेत्रों में काम करता है।
उन्होंने कहा, ‘‘पर्यावरण प्रभाव आकलन (ईआईए) अध्ययन के बाद हमें 35 लाख टन क्षमता के लिए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से पर्यावरणीय मंजूरी मिल गई है। परियोजना का पहला चरण इस साल शुरू होने की उम्मीद है।’’
नागराज एन बी ने कहा कि शेष क्षमता अगले पांच साल में 2030 तक विभिन्न चरणों में जोड़ी जाएगी।
उन्होंने कहा कि 2030 तक भारत का लक्ष्य अपनी कुल स्थापित इस्पात निर्माण क्षमता को 30 करोड़ टन तक बढ़ाना है। देश की वर्तमान क्षमता लगभग 18 करोड़ टन है।
नागराज एनबी ने कहा कि समूह का लक्ष्य देश के 30 करोड़ टन लक्ष्य में 1.05 करोड़ टन का योगदान करना है।
प्रस्तावित संयंत्र में स्वयं के उपयोग के लिए 295 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता का प्रावधान भी शामिल हैं।
बयान में समूह ने कहा कि कुछ वर्गों ने परियोजना के पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में चिंता जताई थी। ‘‘इसीलिए, कंपनी ने डिजाइन चरण के दौरान परियोजना के लिए किये गये पर्यावरणीय प्रभाव आकलन के निष्कर्ष जारी किए, जो पर्यावरण अनुकूल कदम, प्रदूषण और अपशिष्ट प्रबंधन के उपायों को बताते हैं।’’
भाषा रमण अजय
अजय

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