मुंबई, छह जनवरी (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने सोमवार को उद्योगपतियों से अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को ‘सस्ते श्रम’ के चलते काम पर न रखने का आग्रह किया।
उन्होंने टाटा, अदाणी समूह और महिंद्रा सहित कॉरपोरेट घरानों के कई लोगों से मुलाकात के बाद यहां एक संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही।
शर्मा ने कहा कि ऐसे प्रवासियों को काम पर न रखकर बांग्लादेश से अवैध प्रवास की समस्या की जड़ पर प्रहार करने की जरूरत है।
उन्होंने बताया कि उद्योग द्वारा नियुक्त बिचौलिये बांग्लादेश से सस्ता श्रम पाने के लिए इन श्रमिकों को काम पर रखते हैं।
यह पूछने पर कि क्या सप्ताहांत में उद्योग प्रमुखों के साथ उनकी बैठक के दौरान यह मुद्दा उठा, उन्होंने कहा कि ऐसे मुद्दे पर दोबारा जोर देने की कोई जरूरत नहीं, जिसपर असम 1979 से लड़ रहा है।
राज्य को उम्मीद है कि फरवरी में गुवाहाटी में आयोजित होने वाले ‘एडवांटेज असम 2.0’ निवेश शिखर सम्मेलन में केंद्र सरकार और उसके साथ संबद्ध संस्थाओं से एक लाख करोड़ रुपये के निवेश की प्रतिबद्धता मिल सकती है।
इस शिखर सम्मेलन का आयोजन 25-26 फरवरी को किया जा रहा है, जिसमें पर्यटन, सेमीकंडक्टर और रक्षा जैसे क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने पर खासतौर से जोर होगा।
उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर असेंबली संयंत्र के लिए टाटा समूह का 27,000 करोड़ रुपये का निवेश तय समय के अनुसार है और पहले चरण का उद्घाटन इस साल नवंबर या दिसंबर में किया जाएगा।
भाषा पाण्डेय अजय
अजय