कृत्रिम मेधा, ब्लॉकचेन से कृषि क्षेत्र में 20 प्रतिशत बढ़ेगा उत्पादन: रिपोर्ट

कृत्रिम मेधा, ब्लॉकचेन से कृषि क्षेत्र में 20 प्रतिशत बढ़ेगा उत्पादन: रिपोर्ट

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  • Publish Date - December 9, 2024 / 07:36 PM IST,
    Updated On - December 9, 2024 / 07:36 PM IST

नयी दिल्ली, नौ दिसंबर (भाषा) कृत्रिम मेधा, ब्लॉकचेन और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) जैसी अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों से आने वाले समय में फसल उत्पादन 20 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है। एक रिपोर्ट में यह संभावना जताई गई है।

कृषि कंपनी सिनर्जी टेक्नोफिन और ब्रांड कम्युनिकेशन कंपनी स्नेलइंटीग्रल प्राइवेट लि. ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय कृषि को आईओटी, कृत्रिम मेधा (एआई) और ब्लॉकचेन से बढ़ावा मिलेगा, किसान सशक्त होंगे और फसल उत्पादन में 20 प्रतिशत की वृद्धि होगी।

राष्ट्रीय राजधानी में पिछले हफ्ते आयोजित कृषि एवं ग्रामीण संचार शिखर सम्मेलन के दौरान यह रिपोर्ट जारी की गई। रिपोर्ट कहती है कि देश में कृषि को बढ़ावा देने के लिए नई प्रौद्योगिकियों के बारे में किसानों को जागरूक करने की जरूरत है। यह रिपोर्ट ग्रामीण संचार और भारत में कृषि पर केंद्रित है।

सम्मेलन की आयोजक स्नेलइंटीग्रल के संस्थापक अमित खरे ने कहा कि ये नवाचार किसानों के कामकाजी तरीके बदलने, आंकड़ा-संचालित कृषि को अधिक सुलभ बनाने और पैदावार बढ़ाने, फसल की गुणवत्ता में सुधार करने तथा अपनी आजीविका को बढ़ाने के लिए सशक्त बनाने के लिए तैयार हैं।

इस मौके पर कृषि आयुक्त डॉ. पी.के. सिंह ने कृषि में टिकाऊ वृद्धि के महत्व का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय कृषि प्रणाली पर्यावरण अनुकूल गतिविधियों पर आधारित है। टिकाऊ गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए सरकार एकीकृत कीट प्रबंधन (आईपीएम) प्रणाली को लागू कर रही है और रसायनों और उर्वरक के उपयोग को कम करने के लिए नई बीज किस्मों का विकास कर रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘इन प्रयासों का समर्थन करने के लिए प्रभावी संचार महत्वपूर्ण है। किसानों को टिकाऊ गतिविधियों के बारे में डिजिटल मंच, कार्यशालाओं और प्रदर्शनों के माध्यम से शिक्षित किया जा सकता है।’’

इस सम्मेलन का उद्देश्य विकसित भारत 2047 के लिए नवीन कृषि एवं ग्रामीण संचार रणनीतियों, अनुकूल नीतियों और विभिन्न पक्षों के बीच सहयोग पर चर्चा करना था।

भाषा राजेश रमण राजेश प्रेम

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