कृत्रिम मेधा आधारित ‘सिविक आई’ करेगा बेहतर सार्वजनिक सुरक्षा, शहरी प्रबंधन में मदद

कृत्रिम मेधा आधारित ‘सिविक आई’ करेगा बेहतर सार्वजनिक सुरक्षा, शहरी प्रबंधन में मदद

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  • Publish Date - November 19, 2024 / 05:52 PM IST,
    Updated On - November 19, 2024 / 05:52 PM IST

नयी दिल्ली, 19 नवंबर (भाषा) कृत्रिम मेधा (एआई) के क्षेत्र में काम कर रही प्रौद्योगिकी कंपनी वैलियंस सॉल्यूशंस ने सार्वजनिक सुरक्षा को मजबूत बनाने और स्मार्ट तरीके से शहरी प्रबंधन के लिए एआई आधारित मंच ‘सिविक आई’ पेश किया है।

कंपनी ने बयान में कहा कि गूगल क्लाउड मंच पर बना सिविक आई शहरी सुरक्षा चुनौतियों का समाधान करने के लिए बड़े पैमाने पर आंकड़ों और वास्तविक समय पर निगरानी को एकीकृत करता है।

‘सिविक आई’ इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा निर्धारित भारत के डेटा गोपनीयता नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए यातायात उल्लंघन, चोरी, सार्वजनिक गड़बड़ी की समस्या को रोकने की सुविधाओं से लैस है।

बयान के अनुसार, ‘‘स्थानीय सरकारी निकायों के साथ भागीदारी में, मंच का शुरुआत में प्रौयोगिक तौर पर उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश के प्रमुख शहरों में उपयोग किया जाएगा। इसमें कानून व्यवस्था को बेहतर तरीके से लागू करने के लिए वास्तविक समय पर जानकारी देने को लेकर मौजूदा सीसीटीवी प्रणाली और नए स्थापित कैमरों दोनों का उपयोग किया जाएगा।’’

वैलियंस सॉल्यूशंस के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विकास कामरा ने कहा कि कंपनी का दृष्टिकोण वास्तविक दुनिया की चुनौतियों के लिए अत्याधुनिक एआई को लागू करके बदलाव लाना है।

कामरा ने कहा कि ‘सिविक आई’ सार्वजनिक सुरक्षा और स्मार्ट शहर प्रबंधन के क्षेत्र में कारगर है। यह मंच बताता है कि कैसे प्रौद्योगिकी अधिक से अधिक लोगों की भलाई कर सकती है।

कंपनी के अनुसार, सिविक आई कई प्रकार की क्षमताएं प्रदान करता है, जिसमें तेज गति और अवैध पार्किंग जैसे यातायात उल्लंघनों का पता लगाना, सार्वजनिक गड़बड़ी की निगरानी करना, भीड़ पर नज़र रखना और आवारा पशुओं और गड्ढों जैसी सड़क सुरक्षा में समस्याओं की पहचान करना आदि शामिल है।

भाषा

रमण अजय

अजय