आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील का इस्पात संयंत्र ओडिशा से बाहर नहीं जा रहाः मंत्री

आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील का इस्पात संयंत्र ओडिशा से बाहर नहीं जा रहाः मंत्री

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  • Publish Date - November 4, 2024 / 07:48 PM IST,
    Updated On - November 4, 2024 / 07:48 PM IST

भुवनेश्वर, चार नवंबर (भाषा) ओडिशा के उद्योग मंत्री सम्पद स्वैन ने आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील (एएम एनएस) के प्रस्तावित संयंत्र को राज्य से बाहर ले जाए जाने से जुड़ी चर्चाओं को सोमवार को खारिज कर दिया।

स्वैन ने कहा कि विपक्षी पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) इस तरह की खबरें फैलाकर लोगों को गमुराह करने की कोशिश कर रही है।

स्वैन ने कहा, ‘‘आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील के ओडिशा से हटने की कोई संभावना नहीं है। हमने दो समीक्षा बैठकें की हैं, जिसमें कंपनी ने परियोजना में रुचि दिखाई है। लगभग 200 कंपनी अधिकारी ओडिशा परियोजना पर काम कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा कि एएम/एनएस आगामी परियोजना से जोड़ने के लिए केंद्रपाड़ा जिले के 60 डिप्लोमा इंजीनियरों को कौशल प्रशिक्षण भी दे रही है।

उद्योग मंत्री ने कहा, ‘‘एएम/एनएस एक बड़ी इस्पात कंपनी है और दुनियाभर में उनके करीब 50 इस्पात संयंत्र हैं। किसी राज्य में एक और परियोजना लगाने की उनकी योजना का मतलब यह नहीं है कि वे यहां से हट रहे हैं।’’

केंद्रपाड़ा में प्रस्तावित परियोजना के लिए कदम उठाने के अलावा कंपनी ने पारादीप में 70 लाख टन प्रति वर्ष क्षमता वाला एक और बड़ा इस्पात संयंत्र लगाने की भी घोषणा की है।

एएम/एनएस ने ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में 1.02 लाख करोड़ रुपये के निवेश से 2.4 करोड़ टन प्रति वर्ष क्षमता का इस्पात संयंत्र लगाने के लिए राज्य सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। यह दक्षिण कोरिया के ग्वांगयांग में पॉस्को की 2.3 करोड़ टन प्रति वर्ष क्षमता वाले इस्पात संयंत्र से भी बड़ा होगा जो दुनिया में सबसे बड़ा इस्पात संयंत्र है।

इसके पहले ओडिशा के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ बीजद नेता प्रताप जेना ने संवाददाताओं से कहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने निप्पॉन के चेयरमैन से बात कर केंद्रपाड़ा में सबसे बड़ा इस्पात संयंत्र लगाने के प्रयास किए थे। जेना ने कहा, ‘‘हालांकि अब इस परियोजना का आंध्र प्रदेश जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।’’

भाषा प्रेम

प्रेम अजय

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