नई दिल्ली। अमेरिकी मोबाइल कंपनी एपल अपने एक यूजर्स को 50 करोड़ डॉलर यानी 3600 करोड़ रुपए का भुगतान करेगी। पुराने आईफोन को स्लो करने को लेकर एपल पर अमेरिका के सैन जोस की जिला अदालत में मुकदमा दायर हुआ था।
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अदालती दस्तावेजों के मुताबिक अमेरिका के जिन यूजर्स का आईफोन स्लो हुआ था उन्हें कंपनी 25 डॉलर यानी करीब 1,823 रुपये हर्जाने के रूप में देगी, हालांकि दावेदारों की सटीक संख्या सामने आने के बाद मिलने वाली रकम ज्यादा भी हो सकती है।
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यह पूरा मामला साल 2017 का है, जब अमेरिका में कई यूजर्स ने शिकायत की थी कि एक सॉफ्टवेयर अपडेट के बाद उनके आईफोन स्लो हो गए हैं। यूजर्स का आरोप था कि एपल ने जानबूझकर ऐसा किया है ताकि लोग नए आईफोन खरीदने पर मजबूर हो जाएं। आईफोन स्लो होने की शिकायत के बाद एपल ने माफी मांगी थी और कहा था कि यूजर्स सिर्फ 29 डॉलर यानी करीब 2,000 रुपये देकर बैटरी रिप्लेसमेंट करा सकते हैं। हालांकि आईफोन स्लो होने का मुआवजा भारतीय यूजर्स को मिलेगा या नहीं, इसके बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है।
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बता दें कि साल 2017 में आईफोन को स्लो करने को लेकर एपल ने माफी मांगी थी और कम कीमत में बैटरी बदलवाने का ऑफर दिया था। मुकदमे का सेटलमेंट 3 अप्रैल 2020 को होगा। आईफोन स्लो होने का मुआवजा उन्हीं अमेरिकी ग्राहकों को मिलेगा जिन्होंने 21 दिसंबर 2017 से पहले आईफोन 6, 6 प्लस, 6एस, 6एस प्लस, आईफोन 7, 7 प्लस या एसई खरीदा था।