गुवाहाटी: Petrol Pump Closed Latest Update News भारत में इन दिनों त्योहारों का सीजन चल रहा है। आगामी दिनों में दिवाली का त्योहार मनाया जाएगा। दिवाली के लिए अभी से बाजार सज चुके हैं। दिवाली के लिए लोग जमकर खरीददारी करते हैं, लेकिन इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल प्रदेश के सभी पेट्रोल पंपों पेट्रोल-डीजल की कमी के चलते बंद हो सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि कमर्शियल व्हीकल्स यूनियन ने कल यानि 23 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने वाले हैं। बताया जा रहा है कि इस हड़ताल में पेट्रोल-डीजल का परिवहन करने वाले वाहन भी शामिल होंगे। बता दें कि कमर्शियल व्हीकल्स यूनियन ने यह फैसला 16 अक्टूबर को हुई कैबिनेट बैठक के बाद लिया गया है।
Petrol Pump Closed Latest Update News मिली जानकारी के अनुसार मिजोरम कमर्शियल व्हीकल्स यूनियन की ओर से पेट्रोल-डीजल के बढ़ाए गए दाम को कम करने की मांग की जा रही है। बताया जा रहा है कि यूनियन की ओर से ईंधन के दाम में 5 रुपए की कमी करने की मांग की जा रही है। अपनी मांगों को लेकर कमर्शियल व्हीकल्स यूनियन ने हाल ही में हड़ताल भी किया था। वहीं, 14 अक्टूबर की हड़ताल का ऐलान किया था, लेकिन सीएम लालदुहोमा के आश्वासन के बाद नियोजित हड़ताल को स्थगित कर दिया गया था।
मिजोरम कमर्शियल व्हीकल्स यूनियन (एमसीवीयू) की मानें तो 23 अक्टूबर को सुबह 6:00 बजे से राज्य में आवश्यक वस्तुओं और यात्रियों को ले जाने वाले वाहनों सहित कोई भी वाणिज्यिक वाहन नहीं चलेगा। यह निर्णय 16 अक्टूबर को मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद लिया गया, जिसमें राज्य सरकार ने सितंबर की शुरुआत से लागू ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी को बरकरार रखा। बता दें कि प्रदेश सरकार ने पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी करते हुए 93.93 रुपए से बढ़कर 99.24 रुपए प्रति लीटर कर दी है। जबकि डीजल 82.62 रुपये से बढ़कर 99.24 रुपये प्रति लीटर हो गया।
यूनियन ने दावा किया कि मुख्यमंत्री ने 11 अक्टूबर को उनसे 14 अक्टूबर की अपनी नियोजित हड़ताल को स्थगित करने का अनुरोध किया था और वादा किया था कि 16 अक्टूबर को मंत्रिपरिषद द्वारा इस मामले की समीक्षा की जाएगी। हालांकि, बैठक के बाद, सरकार ने ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी को बरकरार रखा। वहीं, मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने इंधन की कीमतों में बढ़ोतरी का बचाव करते हुए कहा कि वृद्धि के बावजूद, मिजोरम में ईंधन की कीमतें कोविड-पूर्व स्तर से कम हैं और असम, सिक्किम और नागालैंड जैसे पड़ोसी राज्यों से अभी भी कम हैं।