पटना, 19 दिसंबर (भाषा) दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल, पर्सनल कंप्यूटर विनिर्माता होलोवेयर समेत अन्य कंपनियों ने बिहार की नई सूचना प्रौद्योगिकी नीति के तहत राज्य में निवेश के लिए प्रस्ताव दिये हैं।
राज्य के सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सचिव अभय कुमार सिंह ने वैश्विक निवेशक सम्मेलन ‘बिहार बिजनेस कनेक्ट’ में एक सत्र में कहा, ‘‘हम बुनियादी ढांचा, आईटी और सॉफ्टवेयर क्षेत्र को पूरा समर्थन दे रहे हैं। राज्य की आईटी नीति-2024 के तहत प्रोत्साहन किसी भी अन्य राज्य की नीतियों की तुलना में सबसे अच्छे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य को निवेशकों से काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। एयरटेल और डेटा सेंटर कंपनी ‘कंट्रोलएस’ के प्रस्ताव काफी आगे बढ़ चुके हैं। उन्होंने पहले चरण की मंजूरी ले ली है। वे वित्तीय प्रस्ताव दे रहे हैं और बहुत जल्द उनका निवेश हकीकत रूप लेगा।’’
सचिव ने कहा, ‘‘चेन्नई स्थित होलोवेयर भी आईटी हार्डवेयर के निर्माण के लिए राज्य में निवेश कर रही है। कंपनी लैपटॉप पीसी के लिए अपना कारखाना लगा रही है। उनके 30 करोड़ रुपये के प्रस्तावों में से एक को पहले ही मंजूरी मिल चुकी है। आने वाले समय में वे 300 करोड़ रुपये का निवेश करने वाले हैं।’’
उन्होंने इसके अलावा कि टीसीएस, एचसीएल और टाइगर एनालिटिक्स के निवेश प्रस्ताव पिछले साल ही आ चुके हैं।’’
कुमार ने कहा, ‘‘ हम स्थिर पूंजी पर सब्सिडी, ब्याज सहायता, रोजगार समेत विभिन्न क्षेत्रों पर कई प्रकार की छूट दे रहे हैं। इन रियायतों के साथ अगर आपने 100 करोड़ रुपये का निवेश किया है, तो आपको करीब 70 करोड़ रुपये वापस मिल सकते हैं। यह बहुत बड़ी रकम है। राज्यों में किसी भी अन्य आईटी नीति से हमारी तुलना नहीं की जा सकती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ राज्यों के पास हमसे बेहतर परिवेश है, लेकिन हम अभी शुरुआत कर रहे हैं और आने वाले समय में हम अगुवा बनेंगे। हम छोटे आईटी शहर बनाने की कोशिश कर रहे हैं।’’
विशेष सचिव (आईटी) अरविंद कुमार चौधरी ने कहा कि नीति की घोषणा के बाद पिछले 11 माह में राज्य को कुल 4,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले हैं।
भाषा रमण
प्रेम अजय
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