नयी दिल्ली, 24 अक्टूबर (भाषा) विमान विनिर्माता कंपनी एयरबस को अगले दो साल में भारत में अपने कर्मचारियों की संख्या 5,000 से अधिक होने की उम्मीद है। एयरबस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को कहा कि इस दौरान कंपनी का लक्ष्य देश से दो अरब डॉलर मूल्य की सेवाएं और कलपुर्जे खरीदने का भी है।
एयरबस इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (दक्षिण एशिया) रेमी मेलार्ड ने कहा कि देश के साथ कंपनी की सहभागिता नई गति प्राप्त कर रही है।
वर्तमान में, कंपनी भारत में लगभग 3,500 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार देती है तथा देश से एक अरब यूरो मूल्य की सेवाएं और कलपुर्जे प्राप्त करती है।
राष्ट्रीय राजधानी में एयरबस इंडिया और दक्षिण एशिया के मुख्यालय – प्रशिक्षण केंद्र के उद्घाटन समारोह में उन्होंने कहा कि इससे आयात में और वृद्धि होगी तथा अगले कुछ वर्षों में इसके दो अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि अगले कुछ वर्षों में भारत में एयरबस के प्रत्यक्ष रोजगार की संख्या 5,000 को पार कर जाएगी।
एयरबस इसके अलावा एयर इंडिया के साथ एक संयुक्त उद्यम के माध्यम से दूसरा पायलट प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करेगी और बेंगलुरु में 5,000 सीटों वाला एयरबस परिसर विकसित करने के लिए निवेश करेगी।
इसके अलावा, प्रमुख यूरोपीय कंपनी भारत में सी295 सैन्य विमान और एच125 हेलिकॉप्टर बनाएगी। दोनों कार्यक्रम टाटा समूह के साथ साझेदारी में किए जा रहे हैं।
मेलार्ड ने कहा कि एयरबस पहले ‘मेड इन इंडिया’ (भारत निर्मित) पर्यावरण अनुकूल विमानन ईंधन (एसएएफ) के व्यावसायीकरण का समर्थन करने के लिए भारतीय अनुसंधान संगठनों के साथ काम कर रहा है।
भाषा अनुराग अजय
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