मुंबई, 18 जुलाई (भाषा) टाटा समूह की कंपनी एयर इंडिया में निश्चित अवधि के अनुबंध (एफटीसी) पर काम कर रहे गैर-उड़ान सेवा से जुड़े लगभग 300 कर्मचारियों के अनुबंध का नवीनीकरण होने की संभावना सीमित है। विस्तारा के साथ विलय की तैयारी में ये कर्मचारी कंपनी में कोई भूमिका हासिल करने में विफल रहे है। मामले से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि एयर इंडिया के विभिन्न विभागों में 10-15 साल से काम कर रहे इन कर्मचारियों का अनुबंध अबतक बढ़ता रहा है।
एक सूत्र ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘उन्हें ‘फिटमेंट’ के दौरान कोई काम नहीं सौंपा गया है। यह कार्य अब लगभग पूरा हो चुका है। इसीलिए उनके अनुबंध का नवीनीकरण किये जाने की संभावना नहीं है।’’
एक अन्य सूत्र ने कहा कि ऐसे कर्मचारी जिनके अनुबंध का संभवत: नवीनीकरण नहीं होगा, उनकी संख्या लगभग 300 है।
इस बारे में पूछे जाने पर एयर इंडिया ने फिलहाल ‘पीटीआई-भाषा’ को कोई जवाब नहीं दिया है।
एयरलाइन ने बुधवार को अपने उन स्थायी कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना/स्वैच्छिक पृथक्करण योजना की घोषणा की, जो ‘फिटमेंट कार्यों’ के दौरान अधिशेष पाये गये हैं।
सूत्र ने कहा, ‘‘अनुबंध पर होने के कारण, ये कर्मचारी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना/स्वैच्छिक पृथक्करण योजना के हकदार नहीं हैं। एयर इंडिया ने अपने स्थायी कर्मचारियों के लिए इसकी घोषणा की है। इसीलिए उन्हें स्थायी कर्मचारियों की तरह उक्त प्रस्ताव नहीं मिलेंगे, जिन्हें ‘फिटमेंट’ के बाद भी कोई पद नहीं मिला।’’
भाषा रमण अजय
अजय