एआई, जेनएआई बनेंगे ‘गेम चेंजर’, सर्वव्यापी असर देखने को मिलेगाः एनटीटी

एआई, जेनएआई बनेंगे ‘गेम चेंजर’, सर्वव्यापी असर देखने को मिलेगाः एनटीटी

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  • Publish Date - November 27, 2024 / 03:24 PM IST,
    Updated On - November 27, 2024 / 03:24 PM IST

(अदिति कश्यप)

टोक्यो, 27 नवंबर (भाषा) जापान की दिग्गज दूरसंचार कंपनी एनटीटी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कृत्रिम मेधा (एआई) और जेनरेटिव एआई को समाज के लिए पासा पलटने वाली प्रौद्योगिकी करार दिया है। अधिकारी का मानना है कि यह प्रौद्योगिकी आने वाले समय में ‘सर्वव्यापी और प्रभावशाली’ साबित होगी।

एनटीटी के आईओडब्ल्यूएन विकास कार्यालय के प्रमुख सीन लॉरेंस ने कहा कि एआई का उपयोग आम लोगों की सोच से कहीं अधिक व्यापक रूप से किया जा रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमें हमेशा यह पता भी नहीं चलेगा कि हम एआई के साथ बात कर रहे हैं। लेकिन मुझे लगता है कि यह समाज के लिए प्रौद्योगिकी के मामले में वास्तव में अगला बड़ा ‘गेम चेंजर’ बनने जा रहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘पिछले कुछ वर्षों में एआई और जेनरेटिव एआई के परिपक्व होने के साथ इसमें निवेश भी बड़े पैमाने पर आ रहा है। काफी तवज्जो मिलने से यह काफी सर्वव्यापी होने जा रहा है।’’

दूरसंचार डेटा के क्षेत्र में सक्रिय एनटीटी ने एक ऐसी प्रौद्योगिकी विकसित की है जो डेटा केंद्रों के बीच डेटा स्थानांतरण के लिए जरूरी समय को काफी कम कर देती है। इसकी वजह से समूची प्रक्रिया की दक्षता बढ़ जाती है।

कंपनी ने अपने ‘2024 आरएंडडी फोरम’ के दौरान इनोवेटिव ऑप्टिकल और वायरलेस नेटवर्क (आईओडब्ल्यूएन) को प्रदर्शित किया जो संचार ढांचे को बदलने के लिए बनाया गया एक दूरदर्शी मंच है। फोटोनिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने वाला यह मंच तीव्र और अधिक विश्वसनीय डेटा पारेषण को सक्षम बनाता है।

एनटीटी ने जापान और ताइवान के बीच 3,000 किलोमीटर का केबल कनेक्शन सफलतापूर्वक स्थापित की है।

कंपनी ने कहा कि यह नई प्रणाली ऑप्टिकल पारेषण लाइनों का उपयोग करके डेटा केंद्रों के एक-दूसरे के साथ संचार करने के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी जो वर्तमान ऑप्टिकल फाइबर की क्षमता से चार गुना अधिक क्षमता संभाल सकती है।

भाषा प्रेम प्रेम अजय

अजय