जयपुर, 13 जुलाई (भाषा) भारतीय विमानपत्तन आर्थिक विनियामक प्राधिकरण (एईआरए) ने जयपुर हवाई अड्डे पर उपयोगकर्ता विकास शुल्क (यूडीएफ) में दोगुने से अधिक की बढ़ोतरी की है।
इसके साथ ही जयपुर से उड़ान भरने पर यह शुल्क 805 रुपये प्रति यात्री कर दिया है, जबकि आगंतुकों को 345 रुपये का शुल्क देना होगा।
जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (जेआईएएल) के 6,000 करोड़ रुपये के विकास प्रस्तावों के आधार पर शुल्क वृद्धि की गई है।
इस समय घरेलू प्रस्थान पर यूडीएफ 394 रुपये प्रति यात्री है, जो एक अगस्त से 805 रुपये हो जाएगा।
अभी तक घरेलू आगमन पर कोई यूडीएफ नहीं था, लेकिन अब घरेलू आगमन पर प्रति यात्री 345 रुपये का शुल्क लिया जाएगा।
यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा बढ़ाने के लिए जेआईएएल द्वारा अगले कुछ वर्षों में किए जाने वाले बुनियादी ढांचे के विकास कार्यों को ध्यान में रखते हुए एईआरए ने यह शुल्क वृद्धि का फैसला किया।
हालांकि, अंतरराष्ट्रीय प्रस्थान के लिए यूडीएफ को एक अगस्त से 31 मार्च, 2025 तक मौजूदा 1,237 रुपये प्रति यात्री से घटाकर 980 रुपये प्रति यात्री कर दिया गया है।
घरेलू आगमन की तरह, अंतरराष्ट्रीय आगमन पर भी यूडीएफ लगाया गया है, जो चालू वित्त वर्ष के लिए 420 रुपये प्रति यात्री होगा।
जेआईएएल के एक अधिकारी के अनुसार देश के सभी हवाई अड्डों पर हर पांच साल में शुल्क में संशोधन होता है, लेकिन जयपुर के मामले में दो साल की देरी कोविड-19 महामारी के कारण हुई।
अधिकारी ने यहां पीटीआई-भाषा को बताया कि संशोधन विकास योजनाओं के आधार पर होता है, जिसमें भारी लागत शामिल होती है।
जेआईएएल, अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड की एक सहायक कंपनी है। इसे अक्टूबर 2021 में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने 50 वर्षों के लिए जयपुर हवाई अड्डे का संचालन सौंपा था।
भाषा पाण्डेय
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