नयी दिल्ली, 24 जनवरी (भाषा) अदाणी समूह ने 26.5 करोड़ डॉलर के रिश्वत मामले में अपने संस्थापक चेयरमैन गौतम अदाणी, उनके भतीजे और एक अन्य प्रमुख कार्यकारी के खिलाफ अमेरिकी अभियोग मामले में स्वतंत्र कानूनी फर्मों को नियुक्त किया है।
अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने शेयर बाजार को यह सूचना देते हुए दावा किया है कि वह ‘लागू कानूनों और नियमों का अनुपालन’ कर रही थी।
एजीईएल के बारे में कहा जाता है कि उसने भारतीय अधिकारियों को रिश्वत देकर नवीकरणीय ऊर्जा आपूर्ति अनुबंध प्राप्त करके लाभ उठाया है। अभियोग में अधिकारियों के नाम नहीं हैं।
एजीईएल ने तीसरी तिमाही के परिणाम की घोषणा करते हुए कहा , “कंपनी ने अदाणी समूह प्रबंधन के साथ चर्चा करके अमेरिकी अभियोग मामले में स्वतंत्र समीक्षा करने के लिए स्वतंत्र विधि फर्मों को नियुक्त किया है।”
हालांकि, कंपनी फर्मों का नाम नहीं बताया।
पिछले साल नवंबर में, न्यूयॉर्क अदालत में दायर अमेरिकी न्याय विभाग (यूएस डीओजे) के अभियोग में अदाणी समूह के संस्थापक चेयरमैन गौतम अदाणी, उनके भतीजे सागर और एजीईएल के कार्यकारी विनीत जैन पर सौर ऊर्जा बिक्री अनुबंध हासिल करने के लिए रिश्वत देने की योजना का हिस्सा होने का आरोप लगाया गया था, जिससे फर्म को 20 साल की अवधि में दो अरब डॉलर का मुनाफा हो सकता था।
अदाणी समूह ने सभी आरोपों से इनकार करते हुए उन्हें ‘निराधार’ बताया है।
भाषा अनुराग रमण
रमण