मुंबई: 26 जुलाई, 2022 से 5जी स्पेक्ट्रम की निलामी शुरू होने जा रही है। तीनों मौजूदा टेलीकॉम कंपनियां रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया बोली में हिस्सा लेने जा रही है। लेकिन अडानी समूह के निलामी में हिस्सा लेने से टेलीकॉम सेक्टर में हलचल तेज हो गई है। आज एयरटेल के शेयरो में 5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, जिसमें अडानी ग्रुप के टेलिकॉम सेक्टर में आने को लेकर हाथ बताया गया है। अडानी ग्रुप बहुत समय से इस दिन के इन्तेजार में थी। गौतम अडानी ने कहा कि, हम सिम कार्ड बेचने के लिए नही आए हैं।
अडानी ग्रुप ने कहा
अडानी समूह ने निलामी में भाग लेने पर सफाई देते हुए कहा है कि, वो आम उपोक्ताओं के लिए मोबाइल सेवा के क्षेत्र में नहीं उतरने जा रही है। बल्कि प्राइवेट नेटवर्क सोल्यूशन प्रदान करने के लिए कदम बढ़ा रही है। स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल हवाई अड्डों से लेकर अपने पोर्ट्स पावर ट्रांसमिशन के लिए सायबर सिक्योरिटी प्रदान करने और अपने व्यवसायों के विस्तार करने के लिए एक निजी नेटवर्क के रूप में करेगा।
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कोल खनन और पोर्ट का काम करते है
अडानी ग्रुप मूलतः कोल खनन और सामान रखने के लिए पोर्ट प्रोवाइड करती है। गौतम अडानी ना सिर्फ भारत बल्कि एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति है। उनकी कंपनी हर साल मुनाफा में ही रहती है। ब्लूमबर्ग के रिपोर्ट के अनुसार अडानी विश्व के 6 वें सबसे अमीर व्यक्ति है। अडानी ग्रुप में अडानी पेट्रोलियम, अम्बुजा सीमेंट, अडानी इंटरप्राइसेस और अडानी पोर्ट एंड सेज कम्पनियां मुख्य है।