खाताधारक कृपया ध्यान दें ! आज से बैकों में बदल जाएंगे ये नियम, आपकी जेब पर सीधा प्रभाव | Account holders please pay attention! These rules will change in banks from today, a direct impact on your pocket

खाताधारक कृपया ध्यान दें ! आज से बैकों में बदल जाएंगे ये नियम, आपकी जेब पर सीधा प्रभाव

खाताधारक कृपया ध्यान दें ! आज से बैकों में बदल जाएंगे ये नियम, आपकी जेब पर सीधा प्रभाव

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Modified Date: November 29, 2022 / 07:57 PM IST
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Published Date: October 1, 2019 7:11 am IST

नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक ने आज से ग्राहकों के लिए इन नियमों में बदलाव किया है। कैश डिपॉजिट पर लगने वाले सर्विस चार्ज में कई बदलाव कर किए हैं। SBI द्वारा आज नकदी निकासी, औसत मासिक बैलेंस और डिपॉजिट से जुड़ें नियम भी आज से बदल जाएंगे। आइए देखते हैं ऐसे नियम जिन्हे जान लेना बहुत जरूरी है।

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आज से यानी 1 अक्टूबर से SBI ने शहरी क्षेत्रों के खाताधारकों को औसतन मासिक बैलेंस की सीमा 5,000 रुपये से घटाकर 3,000 रुपये कर दिया है। अगर कोई ग्राहक अपने खाते में औसतन 3,000 रुपये नहीं रखता है तो इसके लिए चार्ज लगेगा। अर्ध शहरी क्षेत्रों में औसतन मासिक बैलेंस 2,000 रुपये है। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में न्यूनतम औसत बैलेंस 1,000 रुपये होना चाहिए। अगर खाताधारक अपने खाते में औसनत मासिक बैलेंस से 50 फीसदी कम बैलेंस रखते हैं तो इसके लिए उन्हें 5 से 10 रुपये + जीएसटी के रूप में चार्ज में देना होगा। इसी प्रकार से 50 से 75 फीसदी तक रकम रखने पर 7.5 से 15 रुपये तक + जीएसटी और 75 फीसदी से कम रकम रखने पर 10 से 15 रुपये + जीएसटी चार्जेबल होगा।

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वहीं ग्राहकों के लिए नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड्स ट्रांसफर (एनईएफटी) या रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (आरटीजीएस) चार्जेज फ्री है, लेकिन शाखाओं को इसके लिए चार्ज देना होता है। 10 हजार रुपये तक के एनईएफटी ट्रांजैक्शन पर 2 रुपये और जीएसटी चार्जेबल होगा। इसके अलावा एनईएफटी के जरिए 2 लाख रुपये तक के ट्रांजैक्शन पर 20 रुपये और जीएसटी अतिरिक्त शुल्क के रूप में देय होगा। आरटीजीएस के जरिए 2 लाख रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक के ट्रांसफर पर ग्राहकों को 20 रुपये और जीएसटी देना होगा। 5 लाख रुपये से अधिक ट्रांसफर करने पर यह रकम जीएसटी के साथ 40 रुपये हो जाएगी।

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इसके अलावा SBI के खाताधारकों के लिए एक माह में 3 बार अपने सेविंग अकाउंट में कैश डिपॉजिट करने पर कोई चार्ज नहीं देना होगा। इसके बाद प्रत्येक डिपॉजिट पर 50 रुपये + जीएसटी अतिरिक्त शुल्क के रूप में देना होगा। इसके साथ ही एसबीआई ने यह भी जानकारी दी है कि नॉन-होम ब्रांच के जरिए अपने खाते में 2 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं। इसके बाद ब्रांच मैनेजर यह फैसला लेगा कि आप इससे अधिक रकम जमा कर सकते हैं या नहीं।

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एसबीआई ने यह भी जानकारी दी है कि 25,000 रुपये की औसतन मासिक बैलेंस मेंटेन करने वालो खाताधारकों को एक माह में दो बार फ्री कैश विड्रॉ करने की अनुमति होगी। वहीं, 25 हजार रुपये से लेकर 50 हजार रुपये औसत मासिक बैलेंस मेंटेन करने वालों को 10 बार फ्री में कैश विड्रॉ करने का मौका मिलेगा। अगर आप पहले से तय लिमिट से अधिक बार कैश विड्रॉ करते हैं तो इसके लिए खाताधारक को 50 रुपये और जीएसटी देना होगा।