नयी दिल्ली, 29 जनवरी (भाषा) परीक्षा की तैयारी कराने वाली कंपनी आकाश एजुकेशनल सर्विसेज को अगले तीन-चार शैक्षणिक सत्रों में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों से आमदनी दोगुनी होने की उम्मीद है।
आईआईटी-जेईई के लिए नए पाठ्यक्रमों की शुरुआत के मौके पर आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (एईएसएल) के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) दीपक मेहरोत्रा ने कहा कि कंपनी के कारोबार की वृद्धि सीधे तौर पर नए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) और मेडिकल संस्थानों के विस्तार से संबंधित है।
मेहरोत्रा ने कहा, “हमारे मेडिकल छात्रों की संख्या कुल संख्या का 70-72 प्रतिशत है और हमारा 76-78 प्रतिशत मेडिकल पाठ्यक्रमों से आएगा। इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों से आमदनी बढ़ने की बहुत उम्मीद है। अगले तीन-चार शैक्षणिक वर्षों में इस राजस्व को दोगुना करने का अवसर है।”
मेहरोत्रा ने आईआईटी-जेईई के लिए एक नए कृत्रिम मेधा (एआई) समर्थित परीक्षा तैयारी कार्यक्रम आकाश इन्विक्टस की शुरुआत की घोषणा की। पाठ्यक्रम के तहत परिसर कार्यक्रम शुरू में 25 शहरों में उपलब्ध होगा, जबकि ऑनलाइन कार्यक्रम पूरे देश में उपलब्ध होगा।
मेहरोत्रा ने कहा, “हमारे पास 500 संकाय सदस्यों की एक टीम है जो इस कार्यक्रम को संभालेगी। हालांकि, हमारी क्षमता 30,000 छात्रों को प्रवेश देने की है, लेकिन हम इसे 20-25 हजार के बीच सीमित रखेंगे।”
आकाश एक विशेष प्रवेश परीक्षा के माध्यम से आकाश इन्विक्टस के लिए छात्रों का चयन करेगा। 11वीं कक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के लिए यह दो साल का कार्यक्रम होगा, जबकि 10वीं कक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के लिए यह तीन साल का कार्यक्रम होगा।
यह कार्यक्रम 25 शहरों – दिल्ली-एनसीआर, चंडीगढ़, लखनऊ, मेरठ, प्रयागराज, कानपुर, वाराणसी, जयपुर, कोटा, पटना, रांची, बोकारो, कोलकाता, दुर्गापुर, भुवनेश्वर, मुंबई, पुणे, नागपुर, अहमदाबाद, वडोदरा, इंदौर, भोपाल, हैदराबाद, चेन्नई और बैंगलोर में उपलब्ध होगा।
भाषा अनुराग रमण
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