सूदखोरों के चंगुल से मुक्त कर किसानों को स्वावलंबन की दिशा में ले जाने के हुए काफी प्रयास: योगी |

सूदखोरों के चंगुल से मुक्त कर किसानों को स्वावलंबन की दिशा में ले जाने के हुए काफी प्रयास: योगी

सूदखोरों के चंगुल से मुक्त कर किसानों को स्वावलंबन की दिशा में ले जाने के हुए काफी प्रयास: योगी

:   Modified Date:  November 15, 2024 / 06:19 PM IST, Published Date : November 15, 2024/6:19 pm IST

लखनऊ, 15 नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि देश में 10 वर्षों किसानों को सूदखोरों के चंगुल से निकालकर स्वावलंबन की दिशा में अग्रसर करने के काफी प्रयास किये गये, लेकिन अब भी बेहतरी की गुंजाइश है।

मुख्यमंत्री ने यहां कृषि भारत 2024 कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में कृषि को उद्यमिता से जोड़ने और किसानों की आय बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीक के प्रयोग पर जोर देते हुए यह बात कही।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, कृषि व प्रौद्योगिकी के इस चार दिवसीय महाकुंभ का आयोजन यहां वृंदावन योजना मैदान में किया जा रहा है।

कार्यक्रम से पहले मुख्यमंत्री योगी ने कंट्री पार्टनर नीदरलैंड के साथ द्विपक्षीय बैठक में भी हिस्सा लिया जिसमें नीदरलैंड के उप कृषि मंत्री जैन कीस गोएट और अन्य लोग प्रतिनिधिमंडल संग शामिल हुए।

समारोह को संबोधित करते हुए योगी ने कहा, ‘‘बेहतर तकनीक का उपयोग करते हुए हम कैसे कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ा सकते हैं इस पर ध्यान देना होगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘देश के अंदर अलग-अलग राज्यों के अपने अनुभव होंगे, भिन्न कृषि जलवायु क्षेत्र के अनुसार देश के विभिन्न क्षेत्रों ने उल्लेखनीय प्रगति की, विश्व में भी विषम परिस्थितियों के बीच ऐसा हुआ है। ऐसे में अगर हम सर्वश्रेष्ठ व्यवहार साझा करते हैं तो बहुत कुछ हम लोग एक-दूसरे से सीख सकते हैं।’’

बयान के अनुसार, उत्तर प्रदेश सरकार और नीदरलैंड के बीच दो समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर भी हस्ताक्षर किए गए। प्रदर्शनी के विभिन्न स्टॉल का योगी ने अवलोकन भी किया।

20,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में कृषि भारत प्रदर्शनी का आयोजन हो रहा है जहां कृषि के सतत विकास व नवाचार को प्रदर्शित किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी में 250 से ज्यादा प्रदर्शक व एक लाख से अधिक कृषक और आगंतुकों के आने की उम्मीद है।

कृषि भारत का आयोजन भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा किया जा रहा है। योगी ने सीआईआई का धन्यवाद करते हुए कहा कि वर्ष 2000 से सीआईआई एग्रोटेक का भारत में आयोजन कर रहा है। पहली बार यह आयोजन चंडीगढ़ से हटकर उत्तर प्रदेश में हो रहा है जो कि काफी मायने रखता है।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में सीआईआई के साथ मिलकर नीदरलैंड भागीदार देश के रूप में और ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूगांडा, स्पेन, ब्रिटेन जैसे देशों की सहभागिता के साथ ही कृषि से जुड़े हुए विशेषज्ञ व हितधारक भी इस आयोजन में हिस्सा ले रहे हैं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भारत की सबसे बड़ी आबादी निवास करती है। यह 17 प्रतिशत यानी 25 करोड़ है और देश की कुल कृषि योग्य भूमि का प्रदेश में केवल 11 प्रतिशत है।

उन्होंने कहा कि मगर हमारा कृषि उत्पादन देश के कुल कृषि उत्पादन का 20 प्रतिशत है, जो कि हमारे उत्तम जल संसाधन और उर्वरा भूमि की ताकत को दर्शाता है और इसमें अब भी बहुत संभावनाएं हैं।

योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमने किसानों के हित के लिए कई कदम उठाए हैं। मृदा परीक्षण, कृषि बीमा, कृषि सिंचाई के साथ ही देश के अंदर 12 करोड़ अन्नदाता किसान सम्मान निधि का लाभ प्राप्त कर रहे हैं।

कार्यक्रम में योगी के साथ ही कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, मत्स्य पालन मंत्री डॉ.संजय कुमार निषाद, कृषि विपणन व खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, सीआईआई के वरिष्ठ अधिकारी व प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

भाषा आनन्द

राजकुमार अजय

अजय

 

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