50 New UPI Payment Apps: नई दिल्ली। देश में UPI पेमेंट सर्विस को और ज्यादा पॉपुलर बनाने के लिए सरकार और NPCI लगातार काम कर रही हैं। इसी कड़ी में खबर समाने आई है कि 50 नई थर्ड पार्टी ऐप्स पर जल्द ही यूपीआई सर्विस शुरू हो सकती है। UPI Payment सर्विस को मैनेज करने वाली सरकारी कंपनी ‘नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया’ के एक सीनियर ऑफिशियल का कहना है कि मर्चेंट डिस्काउंट रेट यानी MDR (पेमेंट सर्विस देने वाली कंपनियों की कमाई का मुख्य जरिया) की गैर-मौजूदगी के बावजूद देश में 50 नई थर्ड पार्टी ऐप्स रियल टाइम पेमेंट के लिए यूपीआई सर्विस को अपनाना चाहती हैं।
NPCI के एमडी और सीईओ दिलीप आब्से ने कहा कि, UPI में इनकम मॉडल नहीं होने से बीते कुछ सालों में भले नई कंपनियां इस सिस्टम को अपनाने से बच रहीं हों, लेकिन बीते एक साल में UPI पेमेंट सर्विस को शुरू करने के लिए नई कंपनियों के बीच रुझान बढ़ा है। दिलीप ने कहा कि, हमने देखा है कि कम से कम 50 नई थर्ड पार्टी पेमेंट ऐप्स अब मार्केट में एंट्री करने की इच्छा रखती हैं। मनीकंट्रोल से एक बातचीत में उन्होंने ये बात कही। सीईओ ने कहा कि अभी देश में UPI ट्रांजेक्शन पूरी तरह से फ्री है। इसकी प्रोसेसिंग पर होने वाले खर्च का बोझ फिनटेक कंपनियां और बैंक उठाते हैं। ये आगे भी मुफ्त बना रहेगा।
मर्चेंट डिस्काउंट रेट या MDR असल में एक शुल्क होता है, जो कंपनियां उस मर्चेंट से लेती हैं जो पेमेंट रिसीव करने के लिए उसकी सर्विस का उपयोग करता है। क्रेडिट कार्ड कंपनियों के लिए ये कमाई का मुख्य माध्यम होता है। UPI पेमेंट में एमडीआर की सुविधा नहीं है, क्योंकि ये पीयर 2 पीयर नेटवर्क पर काम करता है। हालांकि, कुछ पेमेंट कंपनियों ने साउंडबॉक्स, डिजिटल क्यूआर कोड और पीओएस सिस्टम डेवलप करके UPI पेमेंट के लिए MDR का ऑप्शन निकाला है।