नयी दिल्ली, 29 अगस्त (भाषा) सरकार ने कोयला लॉजिस्टिक योजना के अंतर्गत प्राथमिकता वाली 38 रेल परियोजनाओं की पहचान की है। कोयला मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा कि इन परियोजनाओं पर रेल मंत्रालय के साथ करीबी समन्वय से तेजी से काम किया जाएगा।
ये परियोजनाएं रेल संपर्क में सुधार, समय पर कोयला आपूर्ति सुनिश्चित करने और लॉजिस्टिक लागत को कम करने के लिए महत्वपूर्ण हैं, जिससे देश भर में कोयला परिवहन की समग्र दक्षता बढ़ेगी।
बयान के अनुसार, इन परियोजनाओं में से सरकार ने हाल ही में ओडिशा में दो महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं सरडेगा-भालुमुडा डबल लाइन और बरगढ़ रोड-नवापारा रोड सिंगल लाइन को मंजूरी दी है।
आईबी घाटी और मांड-रायगढ़ कोलफील्ड के विभिन्न कोयला ब्लॉकों से होकर गुजरने वाली 37.24 किलोमीटर लंबी सरदेगा-भालुमुडा नई डबल लाइन, कोल इंडिया की इकाई महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड और कई निजी कंपनियों द्वारा संचालित खदानों से कोयले की निकासी में मदद करेगी।
यह परियोजना रणनीतिक है क्योंकि यह सरडेगा से देश के उत्तरी भाग में स्थित बिजली संयंत्रों तक परिवहन दूरी को कम करती है, जिससे दक्षता बढ़ेगी।
इसी प्रकार, 138.32 किलोमीटर लंबी बरगढ़ रोड-नवापारा रोड नई सिंगल लाइन, तालचेर कोलफील्ड से कोयला निकासी में महत्वपूर्ण वृद्धि करेगी, जिससे नागपुर और पश्चिमी क्षेत्रों के लिए एक सीधा और छोटा मार्ग उपलब्ध होगा।
इस परियोजना से लॉजिस्टिक लागत में काफी कमी आने तथा तालचेर क्षेत्र से कोयला परिवहन की समग्र दक्षता में सुधार होने की संभावना है।
भाषा अनुराग रमण
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