भोपाल। नई संसद में बजट सत्र की शुरुआत हो गई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में अंतरिम बजट पेश किया। इस बजट में तीन-महीने तक खर्च होने वाली राशि का लेखा-जोखा है। वहीं, अंतरिम बजट पेश होने के बाद अब सभी नेताओं और मंत्रियों का प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का बयान सामने आया है। कमलनाथ ने कहा, कि बड़ा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर। पंछी को छाया नहीं फल लागे अति दूर।।
कमलनाथ ने अंतरिम बजट पर कहा, कि मोदी सरकार के आज पेश किए गए अंतरिम बजट की स्थिति कुछ ऐसी ही है। हमें आशा थी कि चुनाव से पूर्व के इस बजट में वित्त मंत्री बताएंगी कि प्रधानमंत्री ने जो हर वर्ष 2 करोड़ रोजगार देने का वादा किया था उस हिसाब से 20 करोड़ रोजगार देने का टारगेट कहीं पहुंचा भी या नहीं? मध्यमवर्ग को आशा थी कि सरकार इनकम टैक्स स्लैब में कोई छूट देगी लेकिन एक बार फिर से अपना जन विरोधी चेहरा सामने लाते हुए मोदी सरकार ने आयकर में कोई छूट नहीं दी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, कि मोदी सरकार ने वादा किया था कि 2022 में किसानों की आमदनी दोगुनी कर दी जाएगी, लेकिन आज 2024 के बजट में भी किसानों के पक्ष में एक ढंग की बात भी सरकार नहीं बोल सकी। बजट में युवाओं, महिलाओं, बेरोजगारों, किसानों और जवानों के लिए कुछ भी नहीं है। सरकार ने देश के आर्थिक विकास का कोई खाका पेश नहीं किया है और जो बातें कही हैं, वह 15 और 20 साल दूर की बातें हैं। यह बजट नहीं है, सिर्फ एक झुनझुना है।
बड़ा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर।
पंछी को छाया नहीं फल लागे अति दूर।।मोदी सरकार के आज पेश किए गए अंतरिम बजट की स्थिति कुछ ऐसी ही है। हमें आशा थी कि चुनाव से पूर्व के इस बजट में वित्त मंत्री बताएंगी कि प्रधानमंत्री ने जो हर वर्ष 2 करोड़ रोजगार देने का वादा किया था उस हिसाब से…
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) February 1, 2024