रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा में बजट सत्र जारी हैं। सत्र के तीसरे दिन शून्यकाल में भी सदन में अलग-अलग मुद्दों पर पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान पूर्व स्पीकर और मौजूदा नेता प्रतिपक्ष डॉ चरण दास महंत ने सदन में हसदेव अरण्य का मामला उठाया।
उन्होंने सरकार से मांग किया कि सभी कोयला खनन हेतु आबंटित ब्लॉक्स को निरस्त किया जाएँ। डॉ महंत ने धरमजीत सिंह की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ये आपका उठाया हुआ मुद्दा है इस पर ध्यान दें। इस बीच विपक्षी , मुख्यमंत्री बनने के पहले ही वहां मशीनरी एक्टिव हो जाती हैं और पेड़ कटाई शुरू हो जाती हैं। यह चिंताजनक है।
सदस्यों ने कहा कि कोल ब्लॉक निरस्त करने की बात सर्वसहमति से सदन में स्वीकृत की गई थी। उसके बाद यह होना अनुचित है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजेपी से पूछा, कौन सी अदृश्य शक्ति है जो ये सब काम करा रही हैं? आखिर नई सरकार के गठन के बिना ये कैसे संभव है?
कांग्रेस विधायक कुंवर सिंह निषाद ने विषय पर हसदेव बांगो बांध का जिक्र करते हुए कहा कि, हसदेव अरण्य के नुकसान से इस बांध के अस्तित्व पर सवाल खड़े हो जायेंगे, जिसके बाद जीवनयापन मुश्किल हो जाएगा। अन्य सदस्य विक्रम मांडवी ने विषय को आदिवासियों को संस्कृति से जोड़ते हुए कहा, हमें लगा था कि अगर आदिवासी मुख्यमंत्री बनते हैं तो उनके हक का ध्यान रखा जाएगा, पर यहां पर यह होता नही दिख रहा है।