poor rice supply case
जबलपुर। मध्यप्रदेश में 10 महीने बाद फिर गरीबों के लिए खराब चावल की सप्लाई का मामला सामने आया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि जबलपुर से 2 हजार 600 टन चावल पीडीएस के जरिए रतलाम भेजा गया है। जिसमें इल्ली, फंगस, घुन लगा हुआ है, जो खाने लायक नहीं है। इस मुद्दे पर कमलनाथ ने ट्वीट कर सरकार को घेरा है।
ये भी पढ़ें: महामारी की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर चिकित्सा पेशेवरों को प्रशिक्षित करेगी तमिलनाडु सरकार
poor rice supply case : उन्होंने लिखा की आखिर क्यों जानवरों के खाने योग्य चावल को गरीबों के लिए भेजा जा रहा है। उन्होंने इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। वहीं, मामले में खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने कहा कि इन इलाको में चावल पैदा नहीं होता है.. लिहाजा जहां चावल पैदा होता है वहाँ से चावल भेजते हैं। इल्ली वाला चावल हम हितग्राहियों को नहीं बंटने देंगे। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
ये भी पढ़ें: दूसरी लहर का अर्थव्यवस्था पर असर लंबा रहने की आशंका, निर्यात से निकल सकता है रास्ता: रिपोर्ट
जिला अस्पताल में 12 करोड़ की गड़बड़ी की पुष्टि, सिविल सर्जन, RMO और स्टोर कीपर दोषी पाए गए