मुंबई: लक्ष्यद्वीप-मालदीव विवाद के बीच अब खबर हैं कि भारत सरकार लक्ष्यद्वीप में पर्यटन को नए आयाम देने की तैयारी में जुट गया हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ टाटा ग्रुप इस आइसलैंड में ताज ब्रांड के दो नए होटल और रिजॉर्ट बनाने की तैयारी में हैं। अगर ऐसा हुआ तो लक्ष्यद्वीप के लिए पर्यटन की दिशा में यह मील का पत्थर साबित होगा। वही इसका सबसे ज्यादा बुरा असर मालदीव जैसे देशों के टूरिज्म पर देखने को मिलेगा।
इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक़ मालदीव की इकॉनोमी भारत पर निभर करती है। यदि भारत हाथ पीछे खींच ले तो उनकी अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगेगा। टूरिज्म सेक्टर औंधे मुंह गिरेगा। वहां के कई इंफ्रास्ट्रक्चर में भारत ने अपना पैसा लगाया है. कई वस्तुओं का भारत से आयात करता है। भारत और मालदीव के बीच व्यापार में भी लगातार वृद्धि दर्ज हुई है। साल 2021 में दोनों के बीच 323 मिलियन डॉलर का व्यापार हुआ था। जिसमें भारत ने 5.94 मिलियन डॉलर का आयात और 317 मिलियन डॉलर का निर्यात किया था। इसके बाद साल 2022 501.83 मिलियन डॉलर का कारोबार हुआ।
इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड ने पिछले दिनों दो द्वीप सुहेली और कदमत द्वीप पर ताज ब्रांड के दो रिसॉर्ट्स बनाने के लिए समझौते किए हैं। ये रिसॉर्ट 2026 तक तैयार हो जाएंगे. प्रयास यह भी होगा कि इन दोनों बड़े निर्माण के लिए क्षेत्र के पर्यावण और जैव विविधता को कम से कम नुकसान हो।