जयपुर: राजस्थान में भाजपा को झटका लगा हैं। यहां के करणपुर विधानसभा सीट अपर हुए चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को हार का सामना करना पड़ा हैं। भाजपा ने इस सीट को जीतने के लिए बड़ी रणनीति अपनाई थी। उन्होंने यहाँ से अपने उम्मीदवार को चुनाव से पहले ही कैबिनेट मंत्री बना दिया था। हालाँकि उनकी यह रणनीति काम नहीं आई। करणपुर सीट के लिए 5 जनवरी को मतदान हुआ था। कांग्रेस की ओर से यहाँ रुपिन्दर सिंह कुन्नर को उम्मीदवार बनाया था।
गौरतलब हैं कि रुपिंदर सिंह कांग्रेस के पूर्व उम्मीदवार गुरमीत सिंह कुन्नर के बेटे हैं। हाल ही में चुनाव से पहले गुरमीत सिंह की मृत्यु हो गई थी। जिसके कारण करणपुर के चुनाव स्थगित हो गए और 25 नवंबर को 199 विधानसभा सीटों के लिए ही मतदान हुआ। वही इस सीट के लिए 5 जनवरी को चुनाव कराये गये थे।
वही भाजपा ने मास्टर स्ट्रोक खेलते हुए अपने उम्मीदवार सुरेंद्र पाल को मंत्री पद का दर्जा दे दिया था। उन्हें अल्पसंख्यक विभाग का मंत्री बनाया गया था। लेकिन यह मास्टर स्ट्रोक मतदाताओं पर प्रभाव नहीं छोड़ पाया। कांग्रेस ने भाजपा के इस कदम को आदर्श अचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए जोरदार विरोध किया था। चुनाव से पहले कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा था कि सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को मंत्री बनाकर भाजपा ने चुनाव की आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। चुनाव में मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रयास किया गया है, जिसे कांग्रेस कामयाब नहीं होने देगी। उन्होंने कहा था कि बीजेपी प्रत्याशी को मंत्री बनाए जाने पर कांग्रेस चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराएगी।
चुनावी नतीजों के साफ़ होने के बाद पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कांग्रेस उम्मीदवार को बधाई देते हुए एक्स पर पोस्ट किया हैं। उन्होंने लिखा है कि श्रीकरणपुर में कांग्रेस प्रत्याशी श्री रुपिन्दर सिंह कुन्नर को जीत की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। यह जीत स्व. गुरमीत सिंह कुन्नर के जनसेवा कार्यों को समर्पित है।
श्रीकरणपुर की जनता ने भारतीय जनता पार्टी के अभिमान को हराया है। चुनाव के बीच प्रत्याशी को मंत्री बनाकर आचार संहिता और नैतिकता की धज्जियां उड़ाने वाली भाजपा को जनता ने सबक सिखाया है।
श्रीकरणपुर में कांग्रेस प्रत्याशी श्री रुपिन्दर सिंह कुन्नर को जीत की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। यह जीत स्व. गुरमीत सिंह कुन्नर के जनसेवा कार्यों को समर्पित है।
श्रीकरणपुर की जनता ने भारतीय जनता पार्टी के अभिमान को हराया है। चुनाव के बीच प्रत्याशी को मंत्री बनाकर आचार संहिता…
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 8, 2024