Sheikh Hasina's Percy cat sold for 40 thousand
Sheikh Hasina’s Percy cat sold for 40 thousand : ढाका: बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच लोग देश छोड़ने पर आमादा हैं। वे हर हाल में बांग्लादेश से बाहर शरण लेने की फिराक में है। इनमें सबसे ज्यादा पीड़ित बांग्लादेश के अल्पसंख्यक और गैर-बांग्लादेशी है जो देश में हुए तख्तापलट के बाद प्रदर्शनकारी दंगाइयों के निशाने पर है। ख़बरों में देखा जा रहा हैं की उन्मादी भीड़ लगातार हमले कर रही हैं। कई संस्थानों और दुकानों में भी आगजनी की ख़बरें है। आलम यह हैं कि तख्तापलट के बाद से ही करीब तीन सौ लोगों की मौत हो चुकी हैं जबकि मरने वालों की कुल संख्या 600 पहुँचने जा रही हैं।
बात करें दंगाइयों के उत्पात की तो उन्मादी भीड़ ने पूर्व पीएम शेख हसीना का हर सामान लूट लिया हैं। सोफे, गद्दे, साड़ी और यहाँ तक की दंगाई शेख हसीना का अंडरगार्मेंट्स लेकर फरार हो गए।
Sheikh Hasina’s Percy cat sold for 40 thousand पूर्व पीएम हसीना को पालतू जानवर पलने का काफी शौक था। पीएम पैलेस में उन्होंने कई तरह के पालतू जानवर पाले थे। लेकिन दंगाई प्रदर्शनकारियों ने उन्हें भी लूट लिया। अब बताया जा रहा हैं कि प्रदर्शनकारियों ने हसीना का एक पर्सी बिल्ली भी चोरी कर लिया था जिसे उन्होंने 40 हजार बांग्लादेशी टका में बेच दिया। इसका खुलासा एक समाजसेवी संगठन ने किया है।
हालांकि इस घटना के बाद बांग्लादेश की स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स ने पर्सी को वापस हासिल करने में सफलता प्राप्त कर ली है। पर्सी को शेख हसीना के आवास में वापस भेज दिया गया। इसके अलावा, गणभवन के अन्य पालतू जानवरों को भी वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है।
एक स्वयंसेवी संगठन ने फेसबुक पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि गणभवन में लूटपाट के बाद पर्सी को 40,000 बांग्लादेशी टका में बेचा गया था। संगठन ने कहा कि वे केवल पर्सी ही नहीं, बल्कि गणभवन से लूटे गए सभी जानवरों को वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं। शेख हसीना का जर्मन शेफर्ड कुत्ता भी इस लूटपाट का शिकार बना ।
Sheikh Hasina’s Percy cat sold for 40 thousand बताया जा रहा है कि गणभवन में जानवरों की देखभाल करने के लिए तैनात कर्मियों को वापस लाया जाएगा। इस समय गणभवन के पशुओं के उपचार की भी व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा संगठन ने गणभवन से जानवरों को लूटने वालों से आग्रह किया है कि वे जल्द से जल्द जानवरों को वापस करें और उन्हें गणभवन के गेट पर गार्ड को सौंप दें।