जयपुर: कांग्रेस समर्थक, नेत्री और पूर्व दिवंगत राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस नेतृत्व को निशाने पर लेते हुए राहुल गाँधी पर सवाल उठाये हैं। पीटीआई (भाषा) से हुई बातचीत में उन्होंने कहा हैं कि कांग्रेस को अब नेहरू-गांधी से बहार आकर सोचना चाहिए। शर्मिष्ठा 17वें जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में शिरकत करने पहुंची थी।
मुखर्जी ने कहा, ‘कांग्रेस देश में अब भी मुख्य विपक्षी दल है। इसका स्थान निर्विवाद है। लेकिन यह प्रश्न है कि इस उपस्थिति को कैसे मजबूत किया जाए? इस पर विचार करना पार्टी नेताओं का काम है’ उन्होंने कहा कि पार्टी में लोकतंत्र की बहाली, सदस्यता अभियान, पार्टी के भीतर संगठनात्मक चुनाव और नीतिगत निर्णयों की प्रक्रिया में हर स्तर पर जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को शामिल करने की जरूरत है, जैसा कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी अपनी डायरी में लिखा है। इसके अलावा कोई जादू की छड़ी नहीं है।’
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राहुल गाँधी और उनके नेतृत्व को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा ‘राहुल गांधी को परिभाषित करना मेरा काम नहीं है। किसी भी व्यक्ति को परिभाषित करना संभव नहीं है। अगर कोई मुझसे मेरे पिता को परिभाषित करने के लिए कहे तो मैं अपने पिता की भी व्याख्या नहीं कर पाऊंगी।’ नेतृत्व के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं को ही इसका जवाब देना होगा।
#WATCH पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा, “कांग्रेस को इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि 2014 और 2019 में राहुल गांधी कांग्रेस का चेहरा थे, वे बुरी तरह से हारे हैं। कांग्रेस पार्टी को सोचना जरूरी है कि चुनाव का चेहरा कौन हो…” (05.02) pic.twitter.com/N20w95jfWe
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 5, 2024