ओरछा: Dhirendra Shastri Marriage Update बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेंद्र शास्त्री की हिंदू एकता यात्रा ओरछा पहुंच चुकी और यहीं से यात्रा को विराम दिया गया है। हिंदू एकता यात्रा के माध्यम से पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने 9 दिन 160 किलोमीटर का सफर तय किया और इस दौरान देश की कई नामी गिरमी हस्तियों ने यात्रा में हिस्सा लिया। वहीं, आज यात्रा को विराम दिया। इस मौके पर जगद्गुरु रामभद्राचार्य साहित कई साधू संत ओरछा पहुंचे थे। ओरछा में मंच को संबोधित करते हुए जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने हिंदू एकता और हिंदू विरोधियों को लेकर बड़ा बयान दिया है।
Dhirendra Shastri Marriage Update मंच को संबोधित करते हुए जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि हिंदू कभी भी हिंसक नहीं रहा है। पूरा इतिहास देख लीजिए हम चींटी को दाना डालकर अहिंसा की दुहाई दे रहे हैं। आज नाम लेकर कह रहा हूं, प्रियंका गांधी चुनाव जीती हैं और उनके सम्मान में गाय को गोली मार दी गई। ये बार बार जीतेंगी, फिर वहां बार-बार ऐसा देखने को मिलेगा। भूलकर हम किसी को छेड़ेंगे, नहीं लेकिन बाद में छोड़ेंगे नहीं।
उन्होंने पंडित धीरेंद्र शास्त्री को लेकर कहा कि अब जातीपात का भूत भागने का जिम्मा धीरेंद्र शास्त्री को दिया है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक हिंदुआ को एक रहना है, अब कटने वालो को काटना है। बंद करो शांति शांति, अब क्रांति क्रांति नया नारा है। उन्होंने आगे कहा कि कब तक तुष्टिकरण करके खून पिओगे। मुस्लिम कभी हमारे लिए अपने नही हो सकते हैं। हमारे लिए गाय मां है, वो गंगा को गाली देते हैं। पंजा खूनी हो गया है, पंजा की जीत में गाय की हत्या कर दी गई है। 25 साल जिंदा रहूंगा, हिंदू विरोधियों की छाती पर मूंग दलूंगा। वहीं, इस दौरान उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री की शादी को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि उनकी शादी मैं ही करवाउंगा।
जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने आगे कहा कि अभी हमने हिंदू एकता का श्री गणेश किया है, पादरियों को भी सोचना पड़ेगा। जो हिंसा करने आएं, तो उन्हें हमारे हिंसा करने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। संबल में हुई घटना को लेकर उन्होंने कहा कि में सब प्री प्लान था, पत्थर कहा से आएं? मणिपुर की घटना पर कहा कि जहां जहां अल्प संख्यक होंगे, वहां ऐसा होगा। कुंभ होने जा रहा है, वहां बड़ा सम्मेलन करेंगे। व्यवस्था बदलने में संतों का बड़ा सहयोग होता है। राम लाल का मंदिर बना चुके है, काशी विश्वनाथ में भी मिलेगा। जहां जहां हिंदू मंदिर होंगे वो मिलकर रहेंगे।
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद को लेकर भी जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने मुखरता से अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा कि वो शंकराचार्य ही नहीं हैं, उसको क्या मैं बोलूं। उद्भव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने की बात कर रहे हैं। आचार्य का कोई गुण नहीं, उस पर दहशतगर्दी केस चलना चाहिए। रामानंद सम्प्रदाय ने सबको एक किया है।