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मध्यप्रदेश में फिर मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट तेज़ हो गई । 28 अप्रैल को दिल्ली में भाजपा कोर ग्रुप की बड़ी बैठक होने जा रही है। बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा समेत कोर ग्रुप के सभी सदस्य भाग लेंगे। खबर मिल रही है कि मंत्रिमंडल में खाली पड़े चार पदों को नए चेहरों से भरा जा सकता है। खबर तो ये भी है कि जिन मंत्रियों का परफॉर्मेंस ठीक नहीं है उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर भी किया जा सकता है। हालांकि बीजेपी नेताओं का दावा है कि मिशन 2023 के रोडमैप को लेकर बैठक में चर्चा होनी है। सरकार औऱ संगठन के बीच बेहतर तालमेल औऱ समन्वय को लेकर भी बैठक में बातचीत होगी। सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक 1 मंत्री निमाड़, 1 चंबल से और 1 महाकौशल से लिए जाने की चर्चा है। मंत्री बनाए जाने की सूची में सबसे ऊपर नाम रामपाल सिंह का बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि रामपाल सिंह शिवराज सिंह के सबसे करीबी नेताओं में शामिल हैं। उन्हें लंबे अरसे से मंत्रिमंडल में लिए जाने की अटकलें लगाई जा रही थी। शिवराज सिंह चौहान के पहले और तीसरे कार्यकाल में वे मंत्री रह चुके हैं। दूसरे कार्यकाल में वे चुनाव हार गए थे। लेकिन शिवराज सरकार में उन्हें मध्यप्रदेश हाउसिंग बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया था। हाल ही में अमित शाह से जिन मिलवाने के दौराान रामपाल सिंह भी कैबिनेट के साथ खड़े नजर आए थे। तब से ह यह कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।
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2020 के बाद पहला विस्तार
कमल नाथ सरकार से बगावत करके भाजपा में साल 2020 में 29 विधायक आए थे। इन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो चुके हैं। सिंधिया खेमे के लगभग सभी को मंत्रिमंडल में जगह मिल चुकी है। जबकि गिरिराज दंडोतिया जैसे कुछ पूर्व मंत्री व बड़े कांग्रेसी नेता चुनाव हार गए थे। इसके बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार की कवायद चल रही है। लेकिन हर बार कोई न कोई रोक आ जाती है। राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक इस बार अमित शाह के दौरे के समय ही संभावित सूची दे दी गई थी। इसके अगले दिन ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली पीएम से मिले थे। अब 28 अप्रैल को नड्डा मीटिंग लेने जा रहे हैं। इसमें मंत्रिमंडल में किन्हें जगह मिलेगी तय हो जाएगा। बताया जाता है कि नाम फायनल होते ही 2 मई सोमवार को शपथ ग्रहण हो सकता है।
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