नई दिल्ली: Govt scraps windfall tax on Petrol Diesel केंद्र की मोदी सरकार ने आज एक बड़ा फैसला लेते हुए पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले विंडफॉल टैक्स को खत्म कर दिया है। सरकार के इस फैसले के बाद अब पेट्रोल-डीजल एक्सपोर्ट करने वाली रिफाइनिंग कंपनियों को कोई विंडफॉल टैक्स नहीं देना होगा। इस संबंध में शीतकालीन सत्र के दौरान संसद के पटल पर वित्त मंत्रालय की ओर से जानकारी देते हुए नोटिफिकेशन पेश किया गया है।
Govt scraps windfall tax on Petrol Diesel पेट्रोल-डीजल पर से विंडफॉल टैक्स हटाए जाने के बाद RIl, ONGC और OIL India जैसे स्टॉक्स में एक्शन देखने को मिल रहा है। वहीं, वित्त मंत्रालय ने विंडफॉल टैक्स खत्म करने के फैसले को लेकर नोटिफिकेशन जारी करते हुए कहा है कि क्रूड ऑयल के प्रोडक्शन, एटीएफ के एक्सपोर्ट और पेट्रोल-डीजल के एक्सपोर्ट पर लगने वाले स्पेशल एडिशनल एक्साइज ड्यूटी और रोड-इंफ्रास्ट्रक्चर सेस को वापस लेने का फैसला किया जाता है। कच्चे तेल के दामों में तेज गिरावट के बाद सरकार की ओर से लिए जाने वाले फैसले के कयास लंबे समय से लगाये जा रहे थे। वित्त मंत्रालय ने इस फैसले को फौरन नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है।
विंडफॉल टैक्स एक तरह का ऐसा टैक्स है जो उत्पादक पर एक तय सीमा से अधिक मुनाफे पर लगाया जाता है। फ्यूल एक्सपोर्ट पर ये टैक्स रिफाइनिंग कंपनियों के विदेशी शिपमेंट से मिलने वाले मार्जिन को देखते हुए लगाया जाता है। आमतौर पर ये रिफाइनिंग कंपनियों के खर्च और अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड के भाव का अंतर होता है।
ब्रेंट क्रूड की कीमतों में उतार-चढ़ाव के साथ ही विंडफॉल टैक्स को भी रिवाइज किया जाता है। केंद्र सरकार ने 1 जुलाई 2022 को पहली बार विंडफॉल टैक्स लगाया था। फिलहाल ऐसे कई देश हैं जो एनर्जी कंपनियों को होने वाली मोटी कमाई पर टैक्स वसूलते हैं।