रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र का पहला दिन हंगामेदार रहा। सदन में आज किसानों का मुद्दा जमकर गूंजा। सदन में खाद बीज की कमी को लेकर लाए गए स्थगन प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई। इसके बाद सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई।
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स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि सरकार की लापरवाही की वजह से ये स्थिति निर्मित हो रही है। व्यापारी फल फूल रहे हैं और किसान संकट में हैं, बीज के मामले के मामले में सरकार आत्मनिर्भर हो। मॉनिटरिंग नहीं होने की वजह से अमानक बीज का मामला सामने आ रहा है।
इस मुद्दे पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि अमानक बीज की कोई शिकायत सामने आती है, तो हम कार्रवाई करेंगे। किसानों को बिजली के कनेक्शन नहीं दिए जाने का मामले को लेकर उन्होंने कहा कि हम अपनी घोषणा अनुसार 30 हजार कनेक्शन देंगे। नवम्बर तक कनेक्शन दे दिया जाएगा।
स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि स्थगन प्रस्ताव पर सार्थक चर्चा हुई। धान की बर्बादी हमारे लिए चिंता की बात है, हमें केन्द्र एथनाल प्लांट लगाने की अनुमति क्यों नही दे रहा? आपके कार्यकाल में व्यापारियों को अधिक खाद आबंटित किया गया। जांजगीर जिले में अधिक कीमत में खाद बेचने की शिकायत मिली है। मैं अधिकारियों को आज ही निर्देश दूंगा वे तत्काल कार्रवाई करें। वर्मी खाद के लिए कहीं भी दबाव नहीं डाला जा रहा है।