जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक कल राज्य सभा में पास होने के बाद आज केन्द्रीय गृह मंत्री ने लोकसभा में ये बिल पेश किया। सदन में चर्चा शुरु होते ही कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच तीखी बहस हुई। कांग्रेस ने कुछ सवाल खड़े किए तो अमित शाह लोकसभा में भड़क गए। अमित शाह ने कहा कि जब मैं जम्मू-कश्मीर बोलता हूं तो उसमें पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) भी आता है और अक्साई चीन भी आता है।
जम्मू-कश्मीर, भारत का अभिन्न अंग है, जब भी मैं जम्मू-कश्मीर कहता हूं तो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) और अक्साई चीन भी इसके अंदर आता है. क्या कांग्रेस पीओके को भारत का हिस्सा नहीं मानती है।
आप क्या बात कर रहे हैं, हम इसके लिए जान भी दे देंगे? आज के प्रस्ताव और बिल भारत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखे जाएंगे और यह महान सदन इस पर विचार करने जा रहा है। राष्ट्रपति ने एक संवैधानिक आदेश जारी किया है जिसके तहत भारत के संविधान के सारे अनुबंध जम्मू कश्मीर में लागू होंगे। साथ ही जम्मू कश्मीर को मिलने वाले विशेष अधिकार भी नहीं रहेंगे और पुनर्गठन भी किया जाएगा। गृह मंत्री ने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर के लिए 2 केंद्र शासित प्रदेश लेकर आ रहे हैं जिसमें लद्दाख और जम्मू-कश्मीर होगी। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा होगी और चुना हुआ मुख्यमंत्री वहां काम करेगा।
बता दें कि कांग्रेस ने सदन के अपने सभी सदस्यों को व्हिप जारी कर उपस्थित रहने को कहा है, लोकसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक कोडाकुनिल सुरेश ने यह व्हिप जारी किया है।